यूपी से सभी पाकिस्तानी भेजे गए वापस! डीजीपी ने दी यह बड़ी जानकारी
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भारत सरकार ने जम्मू.कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले के मद्देनजर पाकिस्तान से आए नागरिकों की वापसी की प्रक्रिया को तेज़ी से पूरा किया है. इस हमले में पाकिस्तान से संबंधित आतंकवादियों के शामिल होने की आशंका जताई गई थी. जिसके बाद सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान से आए नागरिकों को वापस भेजने का निर्णय लिया गया.
एक नागरिक को 30 अप्रैल को भेजेंगे
सूत्रों के अनुसार पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान से आए नागरिकों की सूची तैयार की और उनकी पहचान, वीजा की वैधता, और अन्य सुरक्षा पहलुओं की जांच की. जांच के बाद उन नागरिकों को उनके वीजा की अवधि समाप्त होने या अन्य कारणों से वापस भेजा गया. इस प्रक्रिया में भारतीय विदेश मंत्रालय गृह मंत्रालय और संबंधित सुरक्षा एजेंसियों ने मिलकर काम किया. यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा है कि पहलगाम हमले के कारण भारत का वीजा लेकर आए सभी पाकिस्तानियों को वापस भेजने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है. डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि निर्वासित किए जाने लायक सभी पाकिस्तानियों को वापस भेज दिया गया है. केवल एक नागरिक रह गया है, जिसे 30 अप्रैल को पाकिस्तान भेजा जाएगा.
लेकिन यह स्पष्ट है कि पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान से आए नागरिकों की वापसी की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है. भारत सरकार ने इस कदम को सुरक्षा और राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए आवश्यक बताया है. इससे पहले पाकिस्तान ने भी भारत से आए नागरिकों की वापसी की प्रक्रिया शुरू की थी. पाकिस्तान के अंतरिम गृह मंत्री ने 1 नवंबर से अवैध प्रवासियों को देश से निकालने की घोषणा की थी. जिसके तहत पाकिस्तान ने कई देशों से अपने नागरिकों को वापस भेजा था. इसमें सऊदी अरब, यूएई, चीन, कतर, इंडोनेशिया, साइप्रस, और नाइजीरिया जैसे देशों से पाकिस्तानियों की वापसी शामिल थी. इस प्रकार दोनों देशों के बीच नागरिकों की वापसी की प्रक्रिया सुरक्षा और कूटनीतिक कारणों से निरंतर चलती रहती है. हालांकि यह प्रक्रिया दोनों देशों के आपसी संबंधों और सुरक्षा स्थिति पर निर्भर करती है.
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यूपी से सभी पाकिस्तानी वापस भेजे गए
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तानी नागरिकों को उनके वतन भेजने का आदेश जारी हुआ था. इसको लेकर शनिवार को प्रशांत कुमार ने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के दिशा-निर्देश जारी किए. इस हमले में लश्कर.ए.तैयबा के नए मोर्चे द रेजिस्टेंस फ्रंट ने जिम्मेदारी ली थी. हमले में शामिल आतंकवादियों को पाकिस्तान में प्रशिक्षण मिलने की जानकारी सामने आई है. और तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों के स्केच जारी किए गए हैं. हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू एयरपोर्ट पर सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक की. जबकि गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू.कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से बात की. नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी को भी मामले की जांच सौंप दी गई है.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी गृह मंत्री से हमले की जानकारी ली और पीड़ितों के परिवारों को न्याय और समर्थन देने की बात की. सुरक्षा एजेंसियों ने घटनास्थल से एक बिना नंबर प्लेट वाली काली बाइक बरामद की है. जिससे यह संकेत मिलता है कि हमलावर बाइक पर सवार होकर आए थे. हमले के बाद पाकिस्तान से आए नागरिकों की पहचान वीजा की वैधता और अन्य सुरक्षा पहलुओं की जांच की गई. जांच के बाद उन नागरिकों को उनके वीजा की अवधि समाप्त होने या अन्य कारणों से वापस भेजा गया. भारत सरकार ने इस कदम को सुरक्षा और राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए आवश्यक बताया है। इससे पहले पाकिस्तान ने भी भारत से आए नागरिकों की वापसी की प्रक्रिया शुरू की थी। पाकिस्तान के अंतरिम गृह मंत्री ने 1 नवंबर से अवैध प्रवासियों को देश से निकालने की घोषणा की थी. जिसके तहत पाकिस्तान ने कई देशों से अपने नागरिकों को वापस भेजा था।