लखनऊ में ईडी का शिकंजा, 206 करोड़ की ठगी का दावा, छापे में बरामद हुए ये सबूत, नकदी और जेवरात
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उत्तर प्रदेश में प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान फिटजी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के आरोपों में जांच तेज कर दी है. यह कार्रवाई संस्थान के मालिक गोयल और अन्य अधिकारियों के खिलाफ दर्ज मामलों के बाद की गई है.
फिटजी कोचिंग पर ईडी का शिकंजा
हजारों छात्रों और उनके अभिभावकों की गाढ़ी कमाई पर डाका डालने वाली फिटजी कोचिंग संस्थान के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी शनिवार को खत्म हुई। जांच में ईडी को संचालकों के लखनऊ समेत अन्य ठिकानों से 10 लाख रुपए नकद, करीब 4.89 करोड़ के जेवरात और अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं। फिटजी एक बयान जारी कर आरोपों को निराधार बताया है. संस्थान का कहना है कि सेंटरों के बंद होने का निर्णय संस्थान का नहीं था. बल्कि प्रबंधक और शिक्षकों की टीम ने अचानक संस्थान छोड़ दिया. संस्थान ने यह भी कहा कि वह कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं और जल्द ही संचालन फिर से शुरू करेंगे. फिटजी के खिलाफ चल रही जांच ने शैक्षणिक संस्थानों की वित्तीय पारदर्शिता और छात्रों के हितों की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं. यह मामला शिक्षा क्षेत्र में नियामक निगरानी की आवश्यकता को उजागर करता है. अगले कुछ सप्ताहों में इडी की जांच और संस्थान की प्रतिक्रिया इस मामले की दिशा तय करेगी.
छात्रों का भविष्य संकट में
जांच में यह भी सामने आया कि कोचिंग संचालकों ने शिक्षकों का वेतन तक नहीं दिया। लखनऊ, गाजियाबाद, मेरठ, नोएडा, प्रयागराज, दिल्ली, भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, फरीदाबाद, गुरुग्राम, मुंबई समेत 32 सेंटर अचानक बंद कर दिए. इससे करीब 15,000 छात्रों और उनके अभिभावकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. सूत्रों के मुताबिक, आयकर विभाग भी अब कोचिंग संस्थान के खिलाफ अलग से कार्रवाई की तैयारी कर रहा है. ईडी की जांच में सामने आया कि कोचिंग संचालकों ने इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कराने के नाम पर चार वर्षीय कोर्स के लिए करीब 15 हजार छात्रों से 250 करोड़ रुपए वसूले थे. फिटजी के संचालकों ने जनवरी में बिना किसी पूर्व सूचना के लखनऊ, नोएडा, दिल्ली, भोपाल समेत कई शहरों में अपने कोचिंग सेंटर बंद कर दिए थे. ईडी ने कोचिंग संचालक डीके गोयल और अन्य लोगों के दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम के आठ ठिकानों पर छापेमारी की. छात्रों के रजिस्ट्रेशन और फीस को दूसरी जगह निवेश करने के सबूत जुटाए. सूत्र बताते हैं कि डीके गोयल का बयान भी दर्ज किया गया है.