यूपी के गोरखपुर लखनऊ रूट पर Diversion, इन रूटों से जाए अपने गंतव्य
बीते शुक्रवार शाम 6:00 के आसपास बस्ती-अयोध्या हाईवे पर भारी वाहनों की आवाजाही पर पाबंदी लगा दी गई है। यह निर्णय कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लिया गया है, जिसके चलते बस्ती से अयोध्या तक हाईवे को पूरी तरह से बंद रखा गया है। प्रशासन ने बताया कि यह रूट डायवर्जन अगले 27 घंटों तक प्रभावी रहेगा।
यात्रियों को सूचित किया गया है कि वे वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें, ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। इस दौरान, प्रशासन ने सभी से धैर्य और संयम बनाए रखने की अपील की है। रूट डायवर्जन शुक्रवार को रात 11 बजे समाप्त होगा, तब से यातायात सामान्य हो जाएगा। इस पहल का उद्देश्य श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना और भीड़-भाड़ को नियंत्रित करना है।गोरखपुर और मेंहदावल की दिशा में आने वाले ट्रकों और ट्रेलरों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना है। पॉलिटेक्निक और सिद्धार्थनगर के साथ-साथ डुमरियगंज-उतरौला से आने वाले भारी वाहनों को फुटहिया चौराहे पर डायवर्ट किया जा रहा है। प्रशासन ने यह कदम यातायात की सुगमता और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया है।
जिस भी वाहनों के लिए यह रूट डायवर्जन सुविधाजनक नहीं है, उन्हें सड़क के किनारे रोक दिया गया है। यह निर्णय क्षेत्र में भीड़-भाड़ को नियंत्रित करने और यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए लिया गया है। यात्रियों से अपील की गई है कि वे वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें और किसी भी प्रकार की असुविधा से बचें। प्रशासन ने सभी से धैर्य बनाए रखने की भी अपील की है, ताकि यातायात व्यवस्था सुचारू बनी रहे।
अयोध्या में कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर शुक्रवार को सरयू नदी में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। एएसपी ओपी सिंह ने जानकारी दी कि इस विशेष अवसर पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए प्रशासन ने विशेष तैयारियाँ की हैं।
सरकार के निर्देशानुसार, अयोध्या और उसके आस-पास के जिलों के अधिकारी मिलकर हाईवे पर वाहनों की आवाजाही को सीमित करने में जुटे हैं। गुरुवार को शाम 6:00 बजे से रूट डायवर्जन की व्यवस्था घोषित हो गई थी, ताकि यात्री बिना किसी परेशानी के अपने गंतव्य तक पहुंच सकें। जिले में दो प्रमुख स्थानों पर हाईवे पर बैरिकेडिंग की गई है, जिससे यातायात को सुचारू रूप से चलाने में मदद मिलेगी। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस बल भी तैनात किया गया है।
पॉलिटेक्निक चौराहे के निकट गोरखपुर-लखनऊ लेन को बंद कर दिया गया है। इस निर्णय के कारण, गोरखपुर और मेंहदावल की ओर से आने वाले भारी वाहनों को गौरा चौराहे की दिशा में मोड़ दिया गया है। ये वाहन मनौरी होते हुए बेवा-उतरौला रूट के जरिए गोंडा की ओर भेजे जा रहे हैं।
इसके अलावा, सिद्धार्थनगर और डुमरियागंज रूट से अयोध्या की तरफ जाने वाले भारी वाहनों को फुटहिया सर्विस रूट का उपयोग करके लुंबिनी-दुद्धी रूट के माध्यम से कलवारी-आंबेडकरनगर जनपद की तरफ redirected किया जा रहा है। इस बदलाव से यातायात में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है, लेकिन यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा करने से पहले मार्ग की स्थिति की जानकारी ले लें।
दोनों बैरियर प्वाइंट पर सुरक्षा बलों की बड़ी संख्या तैनात की गई है। भारी वाहनों को अयोध्या की दिशा में जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। शुक्रवार की सुबह तक हाईवे पर पॉलीटेक्निक चौराहे से कांटे तक भारी वाहनों की भीड़ बढ़ने की आशंका होने के कारण, छोटे वाहनों को भी मार्ग पर निकलने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। सुरक्षा उपायों के तहत, प्रशासन ने बैरिकेडिंग की व्यवस्था की है, जिससे यातायात को नियंत्रित किया जा सके।
इन हाईवे पर रोडवेज बसों, छोटी सवारी गाड़ियों और अन्य छोटे चार पहिया वाहनों को आवागमन में सुविधा प्रदान की जा रही है। हालांकि, यदि यातायात का दबाव बढ़ता है, तो प्रशासन ने शुक्रवार को वाहनों की आवागमन पर प्रतिबंध लगाने की योजना बनाई है। छोटे वाहनों को घघौआ से डायवर्ट किया जाएगा, ताकि मुख्य मार्ग पर भीड़भाड़ को नियंत्रित किया जा सके।
इस कदम से प्रशासन का उद्देश्य यातायात को सुचारू बनाए रखना और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। सभी संबंधित अधिकारियों को इस दिशा में आवश्यक उपाय करने के लिए निर्देशित किया गया है। यात्रियों को भी सलाह दी गई है कि वे यात्रा से पहले स्थिति की जानकारी लें और यदि संभव हो तो वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें। इस प्रकार के प्रबंधों से सड़क पर यातायात की स्थिति को बेहतर बनाने की कोशिश की जा रही है।