यूपी में इस रूट का हाईवे होगा चौड़ा, बनेगा फोरलेन पुल
पूरे देश में यातायात भीड़भाड़ परिवहन में एक ऐसी स्थिति है जो धीमी गति, लंबी यात्रा के समय और वाहनों की कतार में वृद्धि की विशेषता है। शहरी सड़क नेटवर्क पर यातायात की भीड़भाड़ में काफी वृद्धि हुई हैए जिसके परिणामस्वरूप कई सड़कें पुरानी हो गई हैं। उत्तर प्रदेश में प्रयागराज से रायबरेली के बीच की दूरी 120 किलोमीटर है। इस नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक का दबाव ज्यादा होने की वजह से सड़क चौड़ीकरण दिमाग काफी समय पहले से हो रही है।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार महाकुंभ में श्रद्धालुओं की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए तैयारी अभी से शुरू कर चुकी है। प्रयागराज बरेली नेशनल हाईवे की चौड़ीकरण का काम अब मिट्टी की कमी वजह से प्रभावित नहीं होगा। मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने रायबरेली की डीएम हर्षिता माथुर से एनटीपीसी ऊंचाहार की राख उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। राख की आपूर्ति जल्द शुरू हो जाएगी, जिससे काम भी तेजी से चलेगा।रायबरेली से लखनऊ तक प्रयागराज-लखनऊ (वाया रायबरेली) राष्ट्रीय राजमार्ग अभी भी फोरलेन है। फोरलेन प्रयागराज से रायबरेली तक बनाया जा रहा है। हाईवे चौड़ीकरण कार्य में लगभग 1636 करोड़ रुपये का खर्च किया जाना हैं। रिंग रोड को जोड़ने के लिए लवायन गांव के पास गंगा पर पांटून पुल बनाने का प्रस्ताव है, जो महाकुंभ की एक महत्वपूर्ण परियोजना है। इसके लिए पांटून का प्रयोग करना होगा। 30 पांटून पुल अभी तक गंगा पर बनाए गए हैं।
रिंग रोड को जोड़ने के लिए प्रस्तावित पांटून पुल बनाने से झूंसी से आने वाले वाहनों को अरैल की ओर सीधे भेजा जा सकेगा, एसडीएम कुंभ मेला विवेक शुक्ला ने यह जानकारी साँझा की है। रिवर फ्रंट प्रकार की सड़कों का डामरीकरण नहीं होगा। इस पर इंटरलाकिंग काम करेगा। बाढ़ के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है। मंडलायुक्त ने मंगलवार को सिंचाई विभाग के अधिकारियों की एक बैठक में इस परियोजना की प्रगति की समीक्षा की। परियोजना को समय पर पूरा करने के आदेश दिए गए।
मंडलायुक्त ने रायबरेली की डीएम से एनटीपीसी ऊंचाहार की राख उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। राख की आपूर्ति जल्द शुरू हो जाएगी, जिससे काम भी तेजी से चलेगा। लखनऊ, बरेली और मुरादाबाद सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों से उत्तराखंड के पर्यटकों को इस हाइवे से सुविधा मिलेगी। बाईपास व सई नदी पर पुल प्रयागराज से रायबरेली तक 24.14 किमी की दूरी पर जगतपुर, बाबूगंज, ऊंचाहार और आनापुर में बनाया जा रहा है। नवाबगंज से मलाक हरहर तक लगभग 8.5 किमी तक सड़क को फोरलेन के बजाय सिक्सलेन बनाया जा रहा है क्योंकि यंहा पर अधिक ट्रैफिक है। लालगोपालगंज से नवाबगंज तक 18 किमी की सड़क को फोरलेन बनाया जा रहा है। रायबरेली से प्रयागराज तक कुल 106 किमी लंबी राजमार्ग बनाया जा रहा है। लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों से आने वाले पर्यटकों को इस हाइवे से काफी सुविधा मिलेगी।