सीएम योगी ने इस जिले को दी करोड़ों रुपए की सौगात
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विधान परिषद में बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने बजट और प्रदेश के आर्थिक पक्ष का विस्तृत चित्रण प्रस्तुत किया। सीएम योगी ने कहा कि बजट में हम लोगों ने अंत्योदय से उन्नत अर्थव्यवस्था, ईज ऑफ लिविंग से ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, कृषि से लेकर गरीब कल्याणआस्था आस्था से आजीविका, शिक्षा से स्वावलंबन, संस्कृति से समृद्धि और महिला सशक्तिकरण को आगे बढ़ाते हुए विकसित उत्तर प्रदेश की आधारशिला रखी है।
उत्तर प्रदेश का ऐतिहासिक बजट!
यूपी बना निवेशकों की पहली पसंद
यूपी में पहले मेडिकल कॉलेज 12 थे। हमने 40 शुरू किए। तीन पीपीपी मोड में। वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज की ओर कदम बढ़ाए। महराजगंज, संभल और शामली में खुले। प्रदेश में हर जनपद में निःशुल्क डायलीसिस शुरू की। सीटी और एम आर आई निःशुल्क शुरू कराया। निजी क्षेत्र ने इसमें भागीदार बन सरकार की बड़ी मदद की है। शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों क्षेत्र में निजी क्षेत्र की भागीदारी प्रदेश को प्रगति पर ले जा रहा है। पिछले 10 वर्ष में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश ने काफी विकास किया। 10 वर्ष में 22 एम्स खुले। इससे पहले 60 वर्ष में सिर्फ 6 खुले। हर रविवार को पीएचसी मुख्यमंत्री आरोग्य मेला होता है। ओपीडी चलती है। जांच होती है। 10 करोड़ गोल्डन कार्ड जारी किया। इस बार बजट में सभी आंगनवाड़ी, आशा, चौकीदार सभी को 5 लाख आयुष्मान कार्ड देने की सुविधा शुरू की है। महाकुंभ में 66 करोड़ लोग पहुंचे, ये सब कुशल प्रबंधन से हुआ। लोग पहुंचे लेकिन उन्होंने आने से पहले कोई कोई चिंता नहीं की। अनुमान से प्रतिदिन तीन से चार गुना लोग पहुंचे। सनातन के अलावा सभी ने कुंभ में डुबकी लगाई और धन्य हो कर गए। मेडिकल टूरिज्म आज बड़ा क्षेत्र बन रहा है। हमारे लोगों को जो सुविधा चाहिए थी स्वास्थ्य क्षेत्र में, वो शारदा में अब मिलेगी। कोविड काल खंड में शारदा ने सरकार के साथ मिल अच्छी सेवा और सुविधा दी। 400 बेड शुरू में दिए। दिल्ली में व्यवस्था बिगड़ी थी, वहां से लोग गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद यहां तक की बागपत, शामली तक लोग गए। होली की सभी को बधाई देने के साथ सीएम योगी ने अपना संबोधन खत्म किया। इसके अलावा ट्रैफिक कंट्रोल रूम से भी सभी रास्तों पर नजर रखी जाएगी। सीसीटीवी कैमरों के जरिए पुलिस चप्पे-चप्पे पर नजर रखेगी। घर से निकलने वाले वाहन चालकों को पहले ट्रैफिक डायवर्जन प्लान देखना चाहिए। ऐसी अपील यातायात विभाग की ओर से की गई है। यह दौरा नोएडा और ग्रेटर नोएडा के विकास की दिशा में एक अहम कदम साबित होगा, जिससे इन इलाकों में रोजगार के अवसरों के साथ-साथ बुनियादी ढांचे का भी विकास होगा। उल्लेखनीय है कि उनके दौरे को देखते हुए यातायात विभाग ने डायवर्जन प्लान जारी किया है और सुरक्षा के लिए अलग-अलग इलाकों में करीब 500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।