गोंडा से इस रूट पर बिछेगी एक और नई रेल लाइन, देखें रूट
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विभाग की मंशा है कि जल्द से जल्द इस निर्माण को पूरा कर लिया जाए ताकि इस मार्ग पर ट्रेनों के आवागमन को सुगम बनाया जा सके। गोरखपुर लखनऊ रेलमार्ग सबसे व्यस्ततम मार्गों में गिना जाता है। वर्तमान में इस रेल मार्ग पर अधिक ट्रेनों का संचालन होता है। ऐसे में ट्रेने अक्सर लेट हो जाती हैं लेकिन इस तीसरी लाइन के निर्माण के बाद इस समस्या का समाधान होने की उम्मीद है। इस लाइन के बन जाने से न सिर्फ लाइन छमता में बढोत्तरी होगी बल्कि यात्रा समय में भी काफी बचत होगी इससे सीधे तौर पर यात्रियों को फायदा होगा।
करनैलगंज रेल लाइन का निर्माण कार्य
स्टेशन के बीच मई तक तीसरी लाइन
बुढ़वल तीसरी लाइन निर्माण कार्य के चलते करनैलगंज रेलवे स्टेशन पर सभी गाड़ियों के ठहराव पर रोक लगायी गयी है। इस रोक के बाद ट्रेनों को बदले रूट से चलाया जा रहा है। यात्रियों को करनैलगंज के बजाय जरवल से ट्रेन पकड़नी पड़ रही है। उम्मीद है कि चार जुलाई तक चल रहा कार्य पूरा हो जायेगा। इसके बाद ट्रेनों का संचालन सामान्य हो जायेगा। तीसरे चरण में गोंडा कचहरी से गोंडा जंक्शन के बीच पांच किमी दूरी तक लाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए गोंडा जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर 4 व 5 के बगल मिट्टी की खोदाई व अन्य कार्य तेजी से किया जा रहा है। बरसात के मौसम से पहले मिट्टी का पटान भी करा दिया जाएगा। पांच किमी लाइन बिछाने में करीब 15 करोड़ रुपये खर्च होंगे। गोंडा रेलवे यार्ड के निरीक्षण के लिए आए पूर्वाेत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक अनूप कुमार सतपथी ने बताया कि तीसरी लाइन बनने से लखनऊ से गोंडा के बीच ट्रेनों की रफ्तार बढ़ जाएगी। इससे सफर में समय की बचत होगी। प्रमुख ट्रेनों को पास कराने में दूसरी ट्रेनों को रोकना नहीं पड़ेगा। इससे ट्रेनों का संचालन समय पर होगा। गोंडा से बुढ़वल स्टेशन के बीच 60 किमी दूरी तक तीसरी रेल लाइन बिछाने का काम तीन चरणों में होना है। पहले चरण में गोंडा कचहरी से करनैलगंज स्टेशन तक कार्य पूरा हो गया है। ट्रेनों का संचालन भी हो रहा है। दूसरे चरण में करनैलगंज से जरवल रोड स्टेशन के बीच 17 किमी रेलवे ट्रैक बिछाया जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक इसका कार्य मई तक पूरा हो जाएगा। इससे तीसरी लाइन पर भी ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा।