रविवार की 'पनौती' से बच पाएगी टीम इंडिया? फाइनल से पहले चौंकाने वाले आंकड़े!

क्या रविवार फिर साबित होगा मनहूस?
रविवार को टीम इंडिया का 'डराने वाला' रिकॉर्ड
भारत के क्रिकेट इतिहास में रविवार का दिन आईसीसी फाइनल्स के लिए अब तक शुभ साबित नहीं हुआ है। आइए नज़र डालते हैं उन मुकाबलों पर, जहां रविवार टीम इंडिया के लिए 'मनहूस' साबित हुआ—
1. साल 2000 – चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल (भारत बनाम न्यूजीलैंड)
रविवार का दिन, भारत और न्यूजीलैंड के बीच खिताबी मुकाबला।
भारत ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन न्यूजीलैंड ने वापसी करते हुए मैच जीत लिया।
2. साल 2003 – वर्ल्ड कप फाइनल (भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया)
भारतीय टीम शानदार फॉर्म में थी, लेकिन रविवार को ऑस्ट्रेलिया ने करारी शिकस्त दी।
रिकी पोंटिंग की आतिशी पारी ने भारत से वर्ल्ड कप छीन लिया।
3. साल 2014 – T20 वर्ल्ड कप फाइनल (भारत बनाम श्रीलंका)
विराट कोहली ने दमदार प्रदर्शन किया, लेकिन टीम इंडिया जीत नहीं सकी।
श्रीलंका ने भारत को हराकर पहली बार T20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी उठाई।
4. साल 2017 – चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल (भारत बनाम पाकिस्तान)
जसप्रीत बुमराह की नो-बॉल ने मैच का रुख पलट दिया।
फखर जमान के शतक ने भारत को करारी हार दी और पाकिस्तान ने ट्रॉफी जीत ली।
5. साल 2023 – वनडे वर्ल्ड कप फाइनल (भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया)
अहमदाबाद के मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के ट्रैविस हेड ने अकेले दम पर टीम इंडिया का सपना तोड़ दिया।
भारत ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन फाइनल में हार मिली।
क्या इस बार टूटेगा रविवार का 'अभिशाप'?
इस बार भी मुकाबला रविवार को ही है और प्रतिद्वंदी न्यूजीलैंड। क्या टीम इंडिया इस बार इतिहास बदल पाएगी? यह सवाल हर क्रिकेट फैन के मन में घूम रहा होगा।
टीम इंडिया के लिए यह मुकाबला सिर्फ एक ट्रॉफी जीतने से ज्यादा मायने रखता है।
रोहित शर्मा के लिए बतौर कप्तान यह एक बड़ी चुनौती होगी।
विराट कोहली के करियर का यह आखिरी बड़ा टूर्नामेंट हो सकता है।
जसप्रीत बुमराह, केएल राहुल और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ियों के लिए यह खुद को साबित करने का बड़ा मौका है।
140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदें टीम इंडिया से जुड़ी हुई हैं। क्या इस बार रविवार को 'पनौती' खत्म होगी और भारत चैंपियन बनेगा? यह देखने के लिए पूरा देश इंतजार कर रहा है।
आपको क्या लगता है? क्या भारत इस बार इतिहास बदल देगा?