यूपी में इस लिंक रोड का बदला अलाइनमेंट, दुकानदारों ने जमीन देने से किया मना

यूपी में इस लिंक रोड का बदला अलाइनमेंट, दुकानदारों ने जमीन देने से किया मना
यूपी में इस लिंक रोड का बदला अलाइनमेंट, दुकानदारों ने जमीन देने से किया मना

उत्तर प्रदेश: रेलवे रोड को बागपत रोड से जोड़ने वाली मेरठ की नई लिंक रोड का निर्माण दोबारा से रूक गया है. पहले योजना थी कि यह रास्ता आशीर्वाद अस्पताल और दो दुकानों की जमीन से निकलेगा, परंतु अब दोनों दुकानदारों ने जमीन देने से साफ मना कर दिया है.

लगभग 1.5 महीने से सड़क का काम रुका हुआ है. अब मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) पास के एक प्लॉट मालिक से बात कर रहा है जिससे वहीं से नया रास्ता निकाला जा सके.

यह भी पढ़ें: यूपी के इस जिले में बनेगा अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन, 5801 करोड़ रुपए का निवेश

यह सड़क 31 मार्च 2024 तक चालू होनी थी, परंतु लाखों रुपये खर्च होने के बाद भी काम अधूरा है. लिंक रोड की कुल लंबाई 825 मीटर है. सड़क का 90% हिस्सा बन चुका है, केवल 100 मीटर काम बाकी है. यह रूट शहर की भीड़-भाड़ से बचाकर लोगों को सीधे उनके गंतव्य तक पहुंचाने में सहायक होगा.

यह भी पढ़ें: यूपी में इन नायब तहसीलदारों को मिला प्रमोशन, देखें पूरी लिस्ट

मेडिकल स्टोर और गिफ्ट सेंटर मालिक अपनी दुकानें हटाने को तैयार नहीं हैं. मेडा उनसे लगातार बातचीत कर रहा है, परंतु कोई भी मानने को तैयार नहीं है.

यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश के स्टेट GST राजस्व में गिरावट, जून में 4% की कमी दर्ज

राज्यसभा सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी की पहल पर सेना ने 2.36 एकड़ जमीन भी इस रोड के लिए दी है. उद्घाटन भी 13 मार्च को हो चुका है, परंतु विवाद के कारण रोड अभी तक बंद है. मेडा उपाध्यक्ष ने बताया कि अब अस्पताल के बगल वाले प्लॉट से रास्ता निकालने का प्रस्ताव तैयार किया गया है.

यह भी पढ़ें: यूपी में इस वंदे भारत का विस्तार, जानिए स्टेशन का ठहराव

दुकानदारों ने इस विषय पर कहा है कि उनसे पहले कोई बातचीत नहीं हुई थी, अब अचानक जमीन मांगी जा रही है. उनका कहना है कि लंबे समय से दुकान चल रही है और दूसरी जगह जाकर कारोबार करना काफी मुश्किल है. हर दुकानदार का यही जवाब है. मेडिकल स्टोर संचालक संजीव गोयल का कहना है कि दुकान सालों से चल रही है. आस-पास अस्पताल और डॉक्टरों के क्लीनिक हैं, जहां से लोग रोजाना दवाएं लेने आते हैं. इस स्थान को छोड़कर दूसरी जगह दवा की दुकान चलाना बेहद मुश्किल हो जाएगा.

यह भी पढ़ें: लखनऊ में STF और FSDA का एक्शन, 3 लोगों से मिले 1.20 करोड़ के प्रतिबंधित इंजेक्शन

On