यूपी के इस जिले में 100 करोड़ रुपए से बनेगा आधुनिक बस टर्मिनल
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नए साल के दूसरे दिन प्रदेश वासियों को करोड़ों रुपये की योजनाओं की सौगात दी, गोरखपुर पहुंचे सीएम योगी ने सपा सरकार की नाकामियों को उजागर किया।
सीएम योगी ने नाकामियों को किया उजागर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली सरकारें जहां विकास के आयामों, उद्योगों, कारखानों को बंद करने और उन्हें बेचने में लगी रहती थीं, वहीं भाजपा की डबल इंजन सरकार नव सृजन और नया निर्माण कर विकास का माहौल बनाने में जुटी हुई है, मिसाल के तौर पर गोरखपुर के बंद खाद कारखाने और पिपराइच की बंद चीनी मिल को देखा जा सकता है, गोरखपुर में 100 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक बस टर्मिनल बनेगा। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने गोरखपुर बस स्टेशन के नवनिर्माण के लिए एजेंसी नामित कर दी है। नक्शा (मॉडल) तैयार करने की प्रक्रिया भी आरंभ हो गई है। गोरखपुर का बस स्टेशन भी उत्तर प्रदेश के आलमबाग या गुजरात के राजकोट की तर्ज पर बनेगा। डबल इंजन सरकार में नए साल में उत्तर प्रदेश नई गति से विकास पथ पर आगे बढ़ेगा, यहां नौकरी और रोजगार के अवसर और तेजी से बढ़ेंगे और यहां के युवाओं को कहीं बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने 90 साल की लीज भी सुनिश्चित कर दी है। गोरखपुर के अलावा उत्तर प्रदेश के 23 प्रमुख बस स्टेशनों को 90 साल के लीज पर दे दिया गया है। बस स्टेशन का नवनिर्माण सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी मॉडल) के आधार पर किया जाना है। इसके लिए बस स्टेशन परिसर का 14 हजार 416 वर्ग मीटर भूमि चिन्हित कर ली गई है। निर्माण कार्य शुरू होने के साथ बस स्टेशन को दूसरी जगह शिफ्ट भी किया जाएगा। जानकारों के अनुसार, आधुनिक बस टर्मिनल में अलग-अलग क्षेत्र में चलने वाली बसों के लिए अलग-अलग प्लेटफार्म होंगे। यात्रियों के विश्राम के लिए वातानुकूलित प्रतीक्षालय, बगल में कैंटीन और मनोरंजन के लिए टीवी की व्यवस्था होगी। यात्रियों को बसों की हरपल अपडेट जानकारी मिलती रहेगी।
हम नए सिरे से कर रहे हैं तैयार
मुख्यमंत्री ने कहा कि नए साल में उत्तर प्रदेश, नई गति से विकास पथ पर आगे बढ़ेगा। यहां नौकरी और रोजगार के अवसर और तेजी से बढ़ेंगे और यहां के युवाओं को कहीं बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि विकास की ये परियोजनाएं आने वाले समय में नए गोरखपुर का दर्शन और भी सशक्त रूप में कराएंगी। यात्रियों को अतिरिक्त सुविधाएं भी मिलेंगी। यात्री सफर के साथ शापिंग कांप्लेक्स में आवश्यक सामानों की खरीदारी भी कर सकेंगे। काम्प्लेक्स में फूड प्लाजा के साथ ठहरने की भी सुविधा मिलेगी। फिलहाल, गोरखपुर बस स्टेशन के भवन पूरी तरह जर्जर हो चुके हैं। स्टेशन परिसर भी बदहाल हो चुका है। बस स्टेशन से विभिन्न रूटों पर प्रतिदिन लगभग 11 से 12 सौ बसें चलती हैं। सामान्य दिनों में 50 से 60 हजार यात्री आवागमन करते हैं। सुविधा संपन्न सुसज्जित वातानुकूलित विश्रामालय के अलावा मल्टीफंक्शनल कांप्लेक्स, होटल और रेस्टोरेंट भी बनेगा। परिसर में ही इलेक्ट्रिक वाहनों के संचालन के लिए चार्जिंग प्वाइंट बनाए जाएंगे। सुरक्षा के लिए सीसी कैमरे लगेंगे। यात्रियों को हर पल बसों की अपडेट जानकारी मिलती रहेगी। एसी ही नहीं साधारण बसें भी समय सारिणी से संचालित होंगी। मॉडल पर मुहर लगते ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। निगम ने दो साल में टर्मिनल पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। सात साल में आधुनिक बस टर्मिनल अपने भव्य स्वरूप में आएगा। जहां यात्रियों को उच्चस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। दरअसल, बस स्टेशन के नवनिर्माण के लिए पिछले तीन साल से टेंडर निकाला जा रहा था, लेकिन कठिन शर्तों के चलते परिवहन निगम को कोई निवेशक नहीं मिल पा रहा था। कई बार टेंडर निकालने के बाद भी जब कोई निवेशक आगे नहीं आया तो उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने शर्तों को लचीला बनाने के साथ निवेशकों के लिए और कई सहूलियतें प्रदान की थी।