महाकुंभ में नाविक परिवार ने कमाए 30 करोड़ रुपए, मुख्यमंत्री योगी ने किए और भी दावे
.png)
प्रयागराज की धरती पर आयोजित हुए महाकुंभ मेले में कई रिकॉर्ड बने हैं, महाकुंभ मेले में 45 दिनों में जहां 66 करोड़ 30 लाख से ज्यादा लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई, तो वहीं महाकुंभ से लाखों लोगों को रोजगार भी मिला। सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के समापन के मौके पर कहा कि लगभग साढ़े 3 लाख करोड़ की ग्रोथ महाकुंभ से हुई है।
क्या है 30 करोड़ रुपए कमाई का सच
मोटी कमाई के साथ ही पुण्य भी कमाया
लेकिन उन्होंने कहा कि अगर सीएम योगी आदित्यनाथ का महाकुंभ मेले को लेकर ऐसा मैनेजमेंट नहीं होता तो यह कभी संभव नहीं था। उनके मुताबिक उनके परिवार के लोगों को भी महाकुंभ से इतनी अच्छी आमदनी की उम्मीद नहीं थी। उन्होंने कहा कि महाकुंभ से उम्मीद से ज्यादा कमाई हुई है, हालांकि वह 30 करोड़ आमदनी की बात कबूल नहीं कर रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि उनके परिवार के हर सदस्य को 5 से 6 लाख रुपए तक की आमदनी हुई है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने नाविकों के मुनाफे के अलावा महाकुंभ में हुए निवेश पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि महाकुंभ में 7,500 करोड़ रुपये के निवेश से 3 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ. इससे कई उद्योगों को फायदा हुआ. इस दौरान सीएम ने महाकुंभ में कारोबार का ब्यौरा भी प्रस्तुत किया। सीएम ने कहा कि इसके अलावा अन्य राजस्व स्रोतों से 66,000 करोड़ रुपये की आय हुई. योगी आदित्यनाथ ने बताया कि महाकुंभ से शहर का ढांचागत विकास हुआ है। वहीं महाकुंभ में नावों के तय किए गए किराए से कई गुना ज्यादा आमदनी होने के सवाल पर पिंटू माहरा ने कहा है कि भीड़ के चलते नावों का संचालन काफी दूर से किया गया था, जिससे लोगों ने स्वेच्छा से मुंह मांगा किराया दिया, पिंटू माहरा के मुताबिक कई श्रद्धालुओं ने उपहार भी दिये, उपहार के रूप में पैसे, आभूषण और कपड़े भी दिए, उनके मुताबिक नाविकों ने महाकुंभ में मोटी कमाई के साथ ही पुण्य भी कमाया है।