यूपी की इस सड़क पर है आपकी जान को खतरा, 10 साल से नहीं जागे सांसद और नगर पालिका अध्यक्ष
CM Yogi Adityanath के दावे को धता बता रहे नेता, अधिकारी और भ्रष्ट व्यवस्था
Uttar Pradesh(Basti): साल 2017में जब पहली बार राज्य में योगी सरकार आई थी तब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ निर्देश दिए थे कि उत्तर प्रदेश में सड़के गड्ढा मुक्त हों. अब तो हालत ऐसी हो चली है कि सड़कें गड्ढा मुक्त हुईं या नहीं यह तो सरकार ही बताएगी लेकिन सड़क हैं ही नहीं यह जनता बता रही है.
हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश स्थित बस्ती जिले की. जहां 10 साल से एक ही व्यक्ति एक ही पार्टी से सांसद हैं. जहां साल 2017 से 2022 तक सत्ताधारी दल के विधायक थे. जहां की नगर पालिका अध्यक्ष भी अब सत्ताधारी दल का दामन थाम चुकी हैं लेकिन मजाल है कि बस्ती शहर की ये सड़क ठीक हो जाए.
हर महीने भरा रहता है पानी
ऐसा कोई दिन महीना साल नहीं बीतता जब स्थानीय लोगों को यह आश्वासन न मिलता तो हो कि यह सड़क ठीक करा दी जाएगी. नगर पालिका चुनाव में तो इस इलाके के लोगों ने पोस्टर तक लगा दिया था कि अगर सड़क ठीक नहीं हुई तो वोट नहीं देंगे लेकिन वोट पाने के बाद सुनता कौन है.
बजबजाती नालियां, लापता सड़क ... अगर आप इस सड़क पर चल रहे हैं तो रात में तो बिल्कुल मत आइए और अगर आइए तो अपने रिस्क पर क्योंकि पास का हड्डी अस्पताल भी लगभग 800 मीटर से 1 किलोमीटर दूर है.
कहां की है ये सड़क?
ये सड़क है बस्ती शहर को टीबी अस्पताल और गोरखपुर रोड से जोड़ने वाली. नगर पालिका वार्ड संख्या 3 और 6, इंडियन कॉन्वेन्ट स्कूल के बगल से निकलने वाली गली में बीते 10 साल में यूं तो कई काम हुए लेकिन कोई भी काम 1-2 महीने से ज्यादा टिक नहीं पाया. कभी खड़ंजा रही ये सड़क आरसीसी हुई और फिर इस पर सीमेंट की ईंटें बिछीं लेकिन हालात ठीक नहीं हो पाए. बारिश हो जाए तो लोगों के घरों में नाले का पानी जाता है. नाली सिर्फ नाम की बनी है.
सरकार कहती है कि अपने घर में डेंगू मत पनपने दीजिए लेकिन जो हाल इस सड़क का है सरकार और अधिकारियों को कौन बताए कि ये आप की सड़क पर आप की ही कृपा से डेंगू और बीमारियां पनप रहीं हैं.
नहीं हो पाई इन नेताओं से बात
इस मामले पर बात करने के लिए हमने नगर पालिका अध्यक्ष नेहा वर्मा के प्रतिनिधि अंकुर वर्मा, सांसद हरीश द्विवेदी से बात करने की कोशिश की लेकिन वार्ता नहीं हो पाई.इसके अलावा विधायक सदर महेंद्र नाथ यादव का भी पक्ष नहीं मिल सका. हो सकता है ये खबर पढ़ने के बाद हमारे माननीयों की आंखों का पानी जिंदा हो और इस सड़क का पानी वो खत्म करा के, सड़क को सही कराएं.
बस्ती में शायद ही यह इकलौता वाकया हो जहां नेता, अधिकारी और भ्रष्ट व्यवस्था, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की साख को बट्टा न लगा रहे हों.