आदर्श उपाध्याय मामले में पब्लिक की कौन सी बात करने अकेले में चले गये विवेकानंद मिश्र?

एक वीडियो है आदर्श उपाध्याय की मां का. जो अपने बेटे के शव को छाती से लगाकर विलाप कर रही है. दूसरा वीडियो है भारतीय जनता पार्टी की बस्ती इकाई के अध्यक्ष विवेकानंद मिश्र के तेवर दिखाने का. तीसरा वीडियो भी विवेकानंद मिश्र का ही है लेकिन इसमें वो किसी अफसर से अकेले में बात करने चले गए. सोशल मीडिया पर वायरल इस तीसरे वीडियो को लेकर कई किस्म की चर्चाएं हो रहीं हैं.
वायरल वीडियो में अध्यक्ष जी यहां तक कहते हुये सुनाई दे सकते हैं कि 'हम ऐसे नहीं आए हैं. ऊपर से हमसे कहा गया है. एक मिनट मैं आपसे अकेले में बात करता हूं...' इसके बाद वायरल वीडियो खत्म हो जाता है.
26 सेकेंड के वीडियो में अध्यक्ष जी कह रहे हैं- बाद में उसकी जांच होती है और विवेचना में अगर वो दोष सिद्ध होता तो वो आगे बढ़ती है नहीं तो बात वहीं खत्म हो जाती है... उसी तरह से कर दीजिए. देखिये यहां आप यहां तो आ जाइये... देख लीजिए यहां क्या माहौल है. और यही नहीं हम ऐसे नहीं आए हैं, ऊपर से हमसे कहा गया है. एक मिनट मैं आपसे अकेले में बात करता हूं.'
अब सवाल यह है कि घड़ी घड़ी मंचों से चिल्लाकर यह बताने वाले कि बीजेपी सरकार में कानून व्यवस्था शानदार है, वह पब्लिक की बात करने अकेले में क्यों चले गए? आखिर अध्यक्ष जी ऐसा क्या छिपा रहे हैं?