Mahabharat: महाभारत के इस राजा को दासी ने दिया था जलकर मरने का श्राप
Stories of Mahabharat In Hindi
Mahabharat को लेकर आज भी कई सारी बातें हैं जिन पर हमे भरोसा नहीं होता. महाभारत का युद्ध यूं तो 18 दिन तक चला था लेकिन इससे जुड़ी कई ऐसी बातें हैं जिनके बारे में आज जब हम जानते हैं तो हमें सहसा भरोसा नहीं होता. ऐसा ही एक वायका जुड़ा हुआ है महाराजा धृतराष्ट्र से. कहा जाता है कि एक दासी ने उन्हें जलकर मरने का श्राप दिया था.
कहा जाता है कि जब महारानी गांधारी गर्भवती थीं तो धृतराष्ट्र ने राजमहल की दासी से अनाचार किया, जिससे युयुत्सु का जन्म हुआ. इस तरह कौरव सौ पूरे हुए. इससे आहत दासी ने धृतराष्ट्र को दावाग्नि में भस्म होने का श्राप दिया, इस कारण उनकी मौत जंगल में जलने से हुई.
धृतराष्ट्र के अंधे पैदा होने की भी खास वजह है. कहा जाता है कि पूर्व जन्म में धृतराष्ट्र ने हंस की आंखें निकाल लीं थी जिसकी वजह से अगले जन्म में उनका जन्म जब हुआ तब वह अंधे थे. पूर्व जन्म में भी धृतराष्ट्र राजा थे और बहुत निर्दयी थे. कहा जाता है कि जब वह पूर्व जन्म में सैनिकों के साथ जा रहे थे तब उन्होंने देखा कि हंस अपने बच्चों के साथ खेल रहा था लेकिन धृतराष्ट्र ने उसकी आंखे निकलवा लीं. उसके बाद ही हंस ने उन्हें श्राप दिया था.