गोरखपुर में बोले योगी: 'पूर्वांचल की लूट करने वाले आज भाषण दे रहे हैं'
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यूपी में अब सियासत में एक तेज टकराव देखने को मिल रहा है. इस दौरान विकास तथा भ्रष्टाचार के बहस के बीच धर्म, संस्कृति और नैतिकता के मामले भी गहरे कनेक्ट हो चुके हैं. राज्य सरकार पर आरोप लगा है कि मठाधीश और माफिया में फर्क नहीं और यह योगी है जो फर्जी एनकाउंटर और जमीन कब्जे के पीछे है.
मुख्यमंत्री का तीखा हमला
उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ की सरकार ने पूर्ववर्ती सरकार की पोल खोलने के सिलसिले को बरकरार रखते हुए कहा है कि जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर के आंकड़े में भी जनता के सामने रखना अति आवश्यक है. प्रदेश सरकार की योजनाओं पर सवाल उठाने वाले विपक्ष खासकर समाजवादी पार्टी पर खास आक्रामक रहे.
इस दौरान पूर्ववर्ती सपा सरकार के कार्यकाल की कुछ योजनाओं के आंकड़ों के साथ पोल खोलने की कोशिश से राज्य सरकार ने किया है मुख्यमंत्री ने सपा सरकार के कार्यकाल में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के टेंडर तथा जेपीएनआईसी इस से जुड़े आंकड़ों का हवाला देते हुए सीधा हमला बोला तथा बिना किसी नेता का नाम लिए कहा है की लूट और भ्रष्टाचार उजागर होने से बबुआ बौखला गया है.
योगी को बहरूपी बताना
सीएम योगी ने कहा कि 2017 के पूर्व प्रदेश में परियोजनाओं में लूट तथा भ्रष्टाचार का तांडव मचा हुआ करता था. सीएम योगी ने पोल खोलते हुए कहा है कि अखिलेश यादव की सरकार में 341 किलोमीटर लंबा तथा 110 मीटर चौड़ा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के लिए जो टेंडर उपलब्ध करवाया गया था उसकी कुल लागत 15200 करोड रुपए की धनराशि थी.
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लेकिन भाजपा की सरकार में इसकी चौड़ाई बढ़ाकर 120 मीटर की और दोबारा टेंडर निकला तो इसकी कुल लागत 11800 करोड रुपए की धनराशि सामने आया है. उन्होंने इस राशि में अंतर को लूट करार बताते हुए कहा है कि यह रकम कहां जा रही थी उन्होंने कहा कि लूट तथा भ्रष्टाचार करने वाले वही लोग आज हमें उपदेश दे रहे हैं.