UP: नकली तेल बनाने वाली फैक्ट्री पर FSDA का छापा, भारी मात्रा में मिलावटी ऑयल जब्त
-(1).png)
यूपी में राज्य सरकार मुखर होकर भ्रष्टाचार को सीमाओं से पर जैसे शब्दों में व्यक्त करने के लिए मजबूर हो पड़े हैं अब यह राजनीतिक एजेंडा से परे हो गया है अब कई राज्यों में उच्च स्तरीय करवाई जांच पड़ताल प्रारंभ हो चुकी है न केवल आरोप अपितु व्यवस्थित सुधार और प्रदर्शित पर जोर दिया जा रहा है.
खाद्य मिलावट सामाजिक अपराध
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में मिलावटखोरों ने अपनी सीमा को पार कर चुके है मिली जानकारी के अनुसार बताया गया है कि नकली मिलावटी तेल की सूचना पर एफएसडीए की पूरी टीम ने औचक निरीक्षण के बाद छापा मारा है जिसमें बड़ी मात्रा में रिफाइंड और सोयाबीन तेल को जब्त कर लिया गया है. जिसमें मेंसर्स एमपी एग्रो इंडस्ट्रीज में बिना लाइसेंस उत्पादन खाद्य पदार्थ के दो नमूने एफएसडीए की टीम ने जांच करने के लिए मुख्यालय भेज दिया है.
खाद्य पदार्थ के नमूने फेल होने के बाद केस दर्ज किया गया है जिसमें मिलावटी खाद्य पदार्थों के विरुद्ध एफएसडीए की टीम कड़ी कार्रवाई किया है यह पूरा मामला थाना ट्रांस यमुना मोहन नगर नरायच क्षेत्र का बताया जा रहा है. इन मिलावटखोरों को जरा सा भी इस बात का अंदाजा नहीं है कि जन स्वास्थ्य पर गहरा असर डालने वाला गंभीर मुद्दा बन चुका है.
लागू की जाने वाली प्रमुख पहलकदमी
निश्चित रूप से कोई समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा इसी बीच सरकार ने स्पष्ट तौर से साफ किया है कि मिलावटखोरों की तस्वीर प्रमुख चौराहे पर लगाकर सार्वजनिक रूप से बेनकाब किया जाए. इससे जनता में जागरूकता, जनता सतर्क और अपराधों में भी कमी आएगी. राज्य सरकार ने आदेश दिया है कि विशेष रूप से पनीर, खोवा, दूध, दही, घी, तेल, मसाला दैनिक जीवन में खाद्य पदार्थों के प्रोडक्शन यूनिटी स्तर पर सख्त जांच सुनिश्चित करने का दिशा निर्देश दिया है.
आगे उन्होंने कहा है कि जीरो टॉलरेंस से नीति के अंतर्गत मिलावटखोरों नकली दावों की बिक्री करने वालों तथा उनके नेटवर्क पर कड़ी कार्रवाई का विशेष आदेश दिया है. योगी ने मिलावट पूर्ण खाद्य पदार्थों को न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए घातक अपितु सामाजिक अपराध घोषित कर सख्त कानूनी उपाय प्रारंभ करने का दिशा निर्देश दिया है.