योगी सरकार इस जिले का करेगी अब विकास, जल्द तैयार होगा ब्लू प्रिन्ट

योगी सरकार इस जिले का करेगी अब विकास, जल्द तैयार होगा ब्लू प्रिन्ट
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महाकुंभ से लौटने के बाद मुख्यमंत्री ने वहां की यातायात व्यवस्था को सुचारु रखने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि महाकुंभ जाने वाले मार्गों पर यातायात थमने न दें। वाहनों को पार्किंग स्थलों पर ही लगवाएं। योगी ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर अधिकारियों से कहा कि प्रयागराज में हर दिशा से लोगों का आगमन हो रहा है। कहीं भी सड़कों पर वाहनों की कतार नहीं लगनी चाहिए, जाम की स्थिति बिल्कुल न बने।

कुशीनगर को पर्यटन विकास की दरकार

उन्होंने कहा कि स्वच्छता प्रयागराज महाकुंभ की पहचान है। इसे लगातार सुनिश्चित किया जाए। संगम स्नान के साथ ही श्रद्धालुगण गंगा में पुष्प-माला आदि अर्पित करते हैं। इसकी लगातार सफाई की जाए। गंगा और यमुना में पर्याप्त जल की उपलब्धता बनी रहे। इन सभी की सेवाएं जरूरत के हिसाब से ली जाए। महाकुंभ के भव्य आयोजन से उत्साहित सरकार अब पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आगे की तैयारियों में जुट गई है। सनातन के साथ ही अब बुद्ध सर्किट पर भी फोकस है। केंद्र सरकार ने आगामी एक वर्ष में देश में 50 स्थलों को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने का ऐलान किया है। इसमें कुशीनगर सहित पांच स्थल उत्तर प्रदेश के होंगे। इसमें तीन स्थल बुद्ध से और दो सनातन से जुड़े स्थान शामिल होंगे। बुद्ध सर्किट में शामिल कुशीनगर को नेपाल स्थित लुम्बिनी की तर्ज पर विकसित करने की तैयारी है। बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली पर कुशीनगर में पर्यटन विकास को लेकर चल रही योजनाएं ठंडे बस्ते में सेफ कर दिया गया था। पर्यटन विकास के लिए शुरू की गई करोड़ों रुपये की नव.निर्मित परियोजनाएं मामूली वजहों से शुरू नहीं हो पा रही थी। ऐसी कई परियोजना हैं जो काम पूर्ण होने के बाद भी हस्तांतरित नहीं हुई हैं। वहीं कुछ टेंडर प्रक्रिया पूरी न होने पाने के कारण शुरू नहीं हो सकी हैं। विश्व बैंक से सहायतित इन योजनाओं को शीघ्र शुरू कराने का जिम्मेदार दावा कर रहे थे। लेकिन इनके शुरू होने को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई थी। बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली पर पर्यटन विभाग व वर्ल्ड बैंक ने अगस्त 2021 में 16 करोड़ 83 लाख रुपये की लागत से राही पर्यटन आवास गृह, टूरिस्ट इंफार्मेशन सेंटर, विपश्यना उपवन, फूड प्लाजा, हिरण्यवती नदी के बुद्धा घाट पर परिक्रमा पथ, फुट ओवरब्रिज, लाइटिंग, हस्त शिल्पकारों के लिए आठ दुकानें नवनिर्मित कराई गई हैं। इनमें राही पर्यटन आवास गृह व टूरिस्ट इंफॉर्मेशन सेंटर आदि कार्य पूरा होने के साथ यह क्रियाशील हैं।

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कुशीनगर में पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं

पर्यटन क्षेत्र में यूपी बड़ी छलांग लगाने की तैयारी में है। महाकुंभ में 66 करोड़ से अधिक लोगों की देश-दुनिया से आमद के बाद अब सरकार की योजना पर्यटकों के ठहरने के स्थल और अन्य सुविधाएं बढ़ाने की है। देशी पर्यटकों के मामले में यूपी लगातार शीर्ष पर बना हुआ है। अब विदेशी पर्यटकों को भी लुभाने की है। दरअसल केंद्र सरकार ने जिन 50 स्थानों को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की बात कही है, उसमें जमीन की उपलब्धता अनिवार्य है। यही कारण है कि शुरुआत कुशीनगर से की जा रही है। वहां पर्यटन विभाग के पास 50 एकड़ से अधिक भूमि उपलब्ध है। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह का कहन अगला है कि इसे लुम्बिनी की तर्ज पर विकसित करने की रूपरेखा लेख बनाई जा रही है।  इसके लिए जल्द एक कंसल्टेंट का चयन भी किया जाएगा। यही कंसल्टेंट पूरा ब्लू प्रिंट तैयार करेगा। उन्हों ऐप पर कहा कि अन्य स्थलों पर भी जमीन की उपलब्धता दिखवाइ पढ़ें रही है। जहां जमीन नहीं है, वहां हम दूसरे विभागों की मदद से इसकी व्यवस्था का प्रयास कर रहे हैं। जयवीर ने कहा कि यूपी में पांच नये स्थलों के विकास की योजना है। इसके लिए बुद्ध सर्किट के विकास का खाका खींचा जा रहा है। हालिया दिनों में इसी कड़ी में केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत यूपी दौरे पर आए थे। शेखावत प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह के साथ कुशीनगर भी गए थे। बजट में प्रमुख बौद्ध स्थलों की दशा बदलने पर इस बार खासा जोर है। बुद्ध की धरा कुशीनगर विश्व पटल पर काफी विख्यात है। देश ही नहीं बल्कि विश्व के देशों में इस स्थल का ऐतिहासिक धार्मिक व पुरातात्विक महत्व है। लेकिन विकास के पथ पर अभी यहां काफी बदलाव की दरकार है। स्थल महत्व के हिसाब से अब तक यहां का पर्यटन विकास नहीं हो सका है। जो योजनाएं चल रही हैं, वह पूरी होने का नाम नहीं ले रही हैं। वहीं ऐसे भी स्थल हैं, जहां अब तक जिम्मेदारों की नजर नहीं पड़ी हैं। बजट मिलने के बाद अगर इन पर ध्यान दिया जाए तो न सिर्फ यहां की दशा बदल जाएगी, बल्कि बुद्ध की यह धरती पर्यटकों को भी लुभाएगी और विकास के साथ रोजगार के भी अवसर पैदा होंगे।

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