यूपी में संजय सेतु को लेकर काम शुरू, गाड़ियों पर रोक
.png)
लंबे समय से मरम्मत की मांग झेल रहे संजय सेतु संजय पुल की मरम्मत कार्य आखिरकार शुरू हो गया है. यह पुल नर्मदा नदी पर स्थित है और जबलपुर शहर को आस.पास के ग्रामीण और शहरी इलाकों से जोड़ने का मुख्य मार्ग है. पुल के जर्जर हालात के चलते यात्रियों को घंटों जाम और असुविधा का सामना करना पड़ रहा था.
20 अप्रैल तक भारी वाहनों पर रोक
नगर निगम और पीडब्ल्यूडी लोक निर्माण विभाग की देखरेख में यह कार्य तेज़ी से किया जा रहा है. अनुमान है कि अगले 3 महीनों में कार्य पूर्ण हो जाएगा. मरम्मत के दौरान पुल पर वाहनों की आवाजाही सीमित कर दी गई है. जिससे आसपास के मार्गों पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ गया है. प्रशासन ने वैकल्पिक रूट की व्यवस्था की है और ट्रैफिक पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है. थोड़ी सी असुविधा के बाद संजय सेतु को फिर से सुरक्षित और मजबूत बनाकर जनता को सौंपा जाएगा. संजय सेतु की मरम्मत एक आवश्यक कदम है. जो न केवल यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाएगा बल्कि शहर के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. अब देखना यह है कि कार्य तय समय पर पूरा हो पाता है या नहीं.
बाराबंकी नेपाल की सीमा को राजधानी से जोड़ने वाले बाराबंकी-बहराइच नेशनल हाईवे पर रामनगर क्षेत्र स्थित सरयू नदी पर बने संजय सेतु की मरम्मत एनएचएआई द्वारा शुरू कर दी गई है. इस कारण शुक्रवार से 20 अप्रैल तक सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक इस सेतु से गुजरने वाले भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. इसी तरह लखनऊ-बाराबंकी से गोंडा-बहराइच जाने के लिए बाराबंकी शहर के रामनगर तिराहा से मुड़कर लखनऊ-अयोध्या हाईवे और सफदरगंज व रामसनेहीघाट होते हुए अयोध्या बाईपास का इस्तेमाल करना होगा. गोंडा-बहराइच से लखनऊ- बाराबंकी आने के लिए अयोध्या की ओर से रामसनेहीघाट, सफदरगंज होकर चौपुला बाईपास होते हुए जाना होगा.
Read Below Advertisement
संजय सेतु की मरम्मत शुरू
9 अप्रैल 1981 को तत्कालीन मुख्यमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह ने इस पुल का शिलान्यास किया था. वर्ष 1984 में यह पुल तैयार हुआ था. 2017 से अब तक कई बार इसकी मरम्मत हो चुकी है. 2018 में एक पिलर चार इंच तक धंस गया था. 2021 में पुल के आठ जोड़ों में दरारें आईं और जुलाई में फिर से मरम्मत की गई. 2022 में भी जॉइंटों में दरारें आने पर काम किया गया था. रामनगर के कोतवाल अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि यह डायवर्जन 17 से 20 अप्रैल तक प्रभावी रहेगा. इस अवधि में पुल के सभी ज्वाइंट की मरम्मत होगी. मरम्मत कार्य को देखते हुए हाईवे पर पुलिस फोर्स तैनात करने के साथ ही चौकसी भी बढ़ा दी गई है. रूटीन के तहत संजय सेतु के जोड़ों की मरम्मत होती है.
एनएचएआई ने शुक्रवार से पुल का मरम्मत कार्य शुरू कराया है. इससे प्रभावित होने वाले यातायात को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने हाईवे के यातायात में परिवर्तन कर 20 अप्रैल तक डायवर्जन लागू किया है. डायवर्जन प्लान के अनुसार, गोंडा, बहराइच व अन्य जिलों से लखनऊ और बाराबंकी की ओर आने वाले भारी वाहन अयोध्या होकर भेजे जा रहा है. इसी प्रकार लखनऊ की ओर से बहराइच व गोंडा जाने वाले वाहनों को बाराबंकी शहर के रामनगर तिराहे से चौपुला बाईपास होते हुए सफदरगंज के रास्ते अयोध्या की ओर भेजा जा रहा है। अयोध्या से यह वाहन बहराइच और गोंडा के लिए रवाना होंगे.