यूपी में इस जगह होगा पुल का निर्माण, 30 से ज्यादे आवास किए जाएंगे ध्वस्त

यूपी में ट्रांसगंगा सिटी को वीआईपी रोड से कनेक्ट करने के लिए नया पुल योजना शहरी विस्तार और यातायात व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण साबित माना जा रहा है. जिसमें मुआवजा वितरण और आगे की पुनर्वास की व्यवस्था का विशेष ख्याल रखा जाएगा. जिसमें पारदर्शिता बनी रहे और स्थानीय लोगों को सहूलियत महसूस हो.
आगे की प्रक्रिया कनेक्टिविटी में होगा सुधार
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में ट्रांसगंगा सिटी को वीआईपी रोड से कनेक्ट करने के लिए प्रस्ताव को वाई आकर के पुल की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट और बजट स्वीकृत की हरी झंडी मिल चुकी है जिसमें यूपीसीडा में बजट प्रस्ताव को शासन स्तर की वित्तीय व्यय समिति के पास भेज दिया गया है. अब वही लोग निर्माण विभाग में रानी घाट में निरीक्षण करके 33 आवास को निष्प्रयोजन घोषित कर दिया गया है जिसमें आवासों की जगह नए आवास निर्माण करके बनाने की करीब करीब 13 करोड रुपए का प्रस्ताव भी तैयार करके भेज दिया गया है.
जिसमें वीआईपी रोड से सीधे उन्नाव स्थित ट्रांस गंगा सिटी तक पुल बनाने का रास्ता करीब करीब अब साफ होता जा रहा है जिसमें अप्रैल माह में उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण के बोर्ड ने कल निर्माण के लिए 799 करोड रुपए की धनराशि का बजट पास कर दिया था इसके बाद लोक निर्माण विभाग की टीम निर्माण खंड ने रानी घाट के आसपास बने आवास को तोड़ने के लिए सर्वे का काम किया गया था.
आर्थिक और निवेश की संभावना
लोक निर्माण विभाग की टीम के इंजीनियर ने कहा है कि 33 आवास बने हुए हैं जिसमें पुल निर्माण के लिए इन आवासों को तोड़ने के लिए नए आवास का भैरव घाट के पास निर्माण कार्य किया जाएगा रानी घाट के पास बने हुए 33 आवास का ध्वस्तीकरण करवाने के लिए निष्प्रयोजन घोषित किया जा चुका है. इस योजना को लेकर वहीं नए आवास के निर्माण के लिए कारी करीब 13 करोड रुपए का प्रस्ताव तैयार हो चुका है.
अब लोक निर्माण विभाग की टीम खंड के सहायक अभियंता राहुल सिंह ने कहा है कि आवास का निरीक्षण पूरा करने के साथ-साथ नए आवास निर्माण के लिए प्रस्ताव करके जल निगम को भेज दिया गया है. अब इस माध्यम से पूर्ण निर्माण होने के बाद राजधानी लखनऊ और उन्नाव तथा कानपुर के बीच यात्रा के समय में कमी आएगी और शहरी जैसी ट्रैफिक दवा को दूर किया जा सकेगा इसमें बेहतर कनेक्टिविटी से ट्रांस गंगा सिटी में आवासीय और इंफ्रास्ट्रक्चर व्यापारिक गतिविधियों को तीव्र गति मिलने की संभावना जताई जा रही है.