UPSRTC चलाएगा नई डीलक्स बसे, गोरखपुर-लखनऊ का रास्ता बस से होगा आसान मिलेंगी खास सुविधाये
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उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) निजी बस सेवा को मुकाबला देने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है। खबरों के मुताबिक परिवहन मुख्यालय में बहुत सारी डीलक्स एसी बसें आने वाली है जिनको बहुत से शहरों में चलवाया जाएगा। कानपुर में एक दर्जन से अधिक बसों की आवश्यकता है और यहां के अधिकारियों ने 15 बसों की मांग की है। इन बसों का मार्ग लखनऊ से आयोध्या, गोरखपुर, प्रयागराज से वाराणसी, बांदा से चित्रकूट, दिल्ली और एनसीआर को शामिल करेगा।
इस नए पहलू के तहत, डीलक्स एसी बसें अब धार्मिक स्थलों वाले शहरों में चलाई जाएंगी। इन बसों का संचालन कानपुर के झकरकटी और सिग्नेर ग्रीन्स सिटी बस अड्डे से किया जाएगा। अगर इसके टिकट प्राइस की बात करें तो वर्तमान में चलने वाली जनरथ बेसों की टिकट से अधिक किराया होगा। खबरों के मुताबिक बहुत सी डीलक्स बसें खरीदी जाएंगी और इन बसों का किराया कुछ समय में कंफर्म किया जाएगा।
बेसों का टिकट बुक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से बुक किया जा सकती है। इन बसों की उत्कृष्ट सेवा को देखकर कई यात्री इनका चयन करने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। ट्रेनों में लंबी इंतजार के कारण से लोग इन बसों का चयन कर रहे हैं। त्योहार के अलावा, कई रूट्स पर सीमित सवारियां उपलब्ध हैं।
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यूपीएसआरटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक अनिक कुमार ने इस विषय पर कहां है कि "आने वाले साल में नए रूटों पर प्रयोगशील डीलक्स एयर कंडीशन बसें चलाने की संभावना है। यह नया पहलु शहर के यातायात को और भी सुविधाजनक बना सकता है। मुख्यालय स्तर पर एक प्रस्ताव पेश किया गया था, जिसमें कुछ रूटों के लिए विस्तृत रिपोर्ट भेजा गया है। यह नई बसें यातायात को आसान और सुविधाजनक बनाए रखने का एक कदम हो सकता है।
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वागार्थ सांकृत्यायन
संपादक, भारतीय बस्ती
वागार्थ सांकृत्यायन एक प्रतिबद्ध और जमीनी सरोकारों से जुड़े पत्रकार हैं, जो पिछले कई वर्षों से पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। भारतीय बस्ती के संपादक के रूप में वे खबरों को सिर्फ़ घटनाओं की सूचना तक सीमित नहीं रखते, बल्कि उनके सामाजिक और मानवीय पक्ष को भी उजागर करते हैं।
उन्होंने भारतीय बस्ती को एक मिशन के रूप में विकसित किया है—जिसका उद्देश्य है गांव, कस्बे और छोटे शहरों की अनसुनी आवाज़ों को मुख्यधारा की मीडिया तक पहुंचाना। उत्तर प्रदेश की राजनीति, समाज और संस्कृति पर उनकी विशेष पकड़ है, जो खबरों को गहराई और विश्वसनीयता प्रदान करती है