यूपी में चकबंदी अधिकारी और लेखपाल पर योगी सरकार का एक्शन

यूपी में चकबंदी अधिकारी और लेखपाल पर योगी सरकार का एक्शन
Uttar Pradesh News

यूपी में सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा करने वाले भू माफियाओं के खिलाफ जिला प्रशासन गाइडलाइन फॉलो करते हुए बड़ी कार्रवाई करने की योजना बना रही है. अब जिला प्रशासन इस मामले को लेकर विशेष अभियान चलाते हुए कई जिलों में जमीनी कार्रवाई की प्रक्रिया तीव्र गति से कर रही है. 

राज्य सरकार ने किया बड़ी कार्रवाई

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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किया गया अब इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है जिसमें चकबंदी अधिकारी अरविंद कुमार पांडे और चकबंदी लेखपाल संदीप कुमार यादव को दिन गुरुवार को तत्काल निलंबित करवा दिया गया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि राजधानी लखनऊ में अवैध कब्जेदारो और भू माफिया पर कार्रवाई नहीं हुई है. वर्तमान समय में अरविंद पांडेय राजधानी लखनऊ में तहसीलदार के रूप में कार्यरत है

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जिसमें उनके खिलाफ विभागीय जांच में बाराबंकी के उपसंचालक चकबंदी को जांच अधिकारी बनाया गया था. चकबंदी आयुक्त भानुचंद गोस्वामी ने इन दोनों के अलग-अलग निलंबन और आदेश गुरुवार के दिन जारी किया जा चुका है जिसमें अरविंद पांडे पर आरोप लगाया गया है कि ग्राम बेहसा, परगना बिजनौर, तहसील सरोजनी नगर, राजधानी लखनऊ की भूमि खसरा संख्या 14 18, 14 22 और नवीन परती खसरा संख्या 1418 में अतिक्रमण और अवैध कब्जा होने दिया है.

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माफियाओं की मिलीभगत की कहानी

मिली जानकारी के अनुसार बताया गया है कि सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा हटाने में विफल हो रहे और उन्होंने शासन के उच्च अधिकारियों द्वारा अब समय-समय पर दिए गए निर्देशों की अवहेलना भी हो चुकी है जिसमें उनकी सत्य निष्ठा संदिग्ध रूप से पाई गई है. अब नगर निगम राजधानी लखनऊ में क्षेत्रीय लेखपाल संदीप यादव पर आरोप लगाते हुए कहा गया है कि

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अवैध कब्जा करने वालों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है जिसमें राजधानी लखनऊ की मंडल आयुक्त रोशन जैकब ने 19 जून 2025 को लिखित पत्र में संदीप यादव को सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण करने वाला और नगर निगम लखनऊ की सरकारी भूमि की भू माफियाओं की मिली भगत से खरीद फारोख्त करने वाला और स्वेच्छाचारी कर्मचारी बताया है जिसमें उसके बाद संदीप यादव को निलंबित करवा दिया गया है संदीप यादव मिर्जापुर में चकबंदी लेखपाल है लेकिन वर्तमान समय में राजधानी लखनऊ नगर निगम से संबंध्द है.

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