UP के इस रेल रूट पर बढ़ जाएंगी ट्रेनें, बदलेगी टाइमिंग, रेलवे बोर्ड ने लिया बड़ा फैसला
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UP Railway News: रेल यात्रियों को रेलवे के नए टाइम टेबल का इंतजार रहता है. रेलवे का नया टाइम टेबल जारी हो सकता है, जिसमें मुरादाबाद मंडल को तीन नई ट्रेनें मिलने की संभावना है. टनकपुर से दौराई के बीच चलने वाली स्पेशल एक्सप्रेस को रेलवे नियमित चलाएगा. रेलवे बोर्ड से इसके लिए अनुमति मिल चुकी है. पूर्वाेत्तर रेलवे इसका संचालन करेगा. टनकपुर से बरेली व मुरादाबाद होते हुए ट्रेन दौराई तक जाएगी. खाटू श्याम के दरबार में जाने वाले श्रद्धालुओं की मांग पर रेलवे बोर्ड ने ट्रेन के नियमित संचालन का फैसला लिया है.
मुरादाबाद मंडल से लाइन होकर गुजरेगी, इसलिए ठाकुरद्वारा, जसपुर से धामपुर तक मुरादाबाद मंडल के अधिकारी पूरी नजर बनाए हुए हैं. ट्रेन चलने के बाद एक घंटे से भी कम समय में यात्री काशीपुर से धामपुर तक पहुंच जाएंगे. सड़क मार्ग से डेढ़ घंटे से अधिक समय लगता है. सीनियर डीसीएम आदित्य गुप्ता ने बताया कि मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा से लगातार नई रेल लाइन को लेकर मांग उठ रही थी.
तीन पूर्वाेत्तर रेलवे व दो उत्तर रेलवे के हिस्से में
प्रोजेक्ट पर तेजी से कार्य चल रहा है. प्राथमिक सर्वे पूरा हो चुका है. जल्द ही इसकी डीपीआर बनाई जाएगी. दिल्ली-दरभंगा, अमृतसर-सहरसा के बीच ट्रेनें चलाने के लिए जोनल मुख्यालयों से रूट प्लान व समय सारिणी मांगी गई है. इसके बाद बोर्ड इस पर मुहर लगाएगा. हाल ही में हुई रेलवे की एक उच्च स्तरीय बैठक में 26 अमृत भारत ट्रेनों पर चर्चा हुई है. इसमें तीन पूर्वाेत्तर रेलवे व दो उत्तर रेलवे के हिस्से में आ सकती हैं. काशपीुर-धामपुर रेल लाइन का प्राथमिक सर्वे पूरा हो चुका है. अब रेलवे की टीम तय कर रही है कि किन स्थानों से होकर रेल लाइन गुजरेगी. इसके लिए जमीनी स्तर पर आने वाली समस्याओं का निस्तारण किया जा रहा है.
ठाकुरद्वारा से जसपुर, भूतपुरी, शेरकोट होते हुए धामपुर तक 58 किमी की दूरी तक रेलवे ट्रैक बिछाया जाएगा. सीनियर डीसीएम आदित्य गुप्ता ने बताया कि अमृत भारत ट्रेनों में सामान्य स्लीपर व जनरल कोच होते हैं. इन ट्रेनों में आरक्षण की जरूरत नहीं होती. यात्री अनारक्षित टिकट लेकर इनमें सफर कर सकते हैं. दिल्ली-बिहार व दिल्ली-पंजाब के बीच ट्रैफिक को देखते हुए रेलवे मुरादाबाद होकर लंबी दूरी की इन ट्रेनों की योजना बना रहा है. 1.45 करोड़ रुपये से इसका सर्वे किया गया है. पूरा प्रोजेक्ट करीब 1200 करोड़ रुपये का है.
लाइन बिछाने के बाद विद्युतीकरण किया जाएगा. इसके बाद यहां ट्रायल होगा और मुख्य संरक्षा अधिकारी मुआयना करेंगे. उनकी ओके रिपोर्ट के बाद इस सेक्शन पर ट्रेन चल सकेगी. इस कार्य में करीब दो साल लग जाएंगे. हालांकि, ट्रेन चलने से ठाकुरद्वारा, काशीपुर, जसपुर के लोगों की वर्षों पुरानी मांग पूरी हो जाएगी. लोगों की लगातार मांग व जनप्रतिनिधियों के पत्र के बाद सरकार ने इस वर्ष के रेल बजट में नई रेल लाइन को शामिल किया है. पिंक बुक में भी इसका विवरण दिया गया है.