यूपी से बिहार का सफर होगा आसान, फोरलेन की मंजूरी

यूपी में राज्य सरकार परियोजनाओं को लगातार धीरे-धीरे मंजूरी मिल रही है. इसके अंतर्गत समीक्षा और निर्देशों के आधार पर कई जिले में विकास की गति तीव्र की जा रही है. सक्रिय निगरानी तथा समयबद्ध, पारदर्शी निर्माण सुनिश्चित किया जा रहा है. इससे विकास बजट में स्थानीय तथा सुविधाएं शामिल कर सार्वजनिक सुविधा पर जोर भी दिया जा रहा है.
प्रदेश से लेकर बिहार तक का सफर सुहाना
उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में मऊ और बलिया फोरलेन सड़क निर्माण को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग के प्राधिकरण ने इसे निर्माण करवाने के लिए सिग्नल दे दिया है जिसमें यहां रास्ता पूर्वांचल को बेहतर रूप से बिहार से सीधे कनेक्ट कर दिया जाएगा इस रास्ते को सही रूप से बन जाने के बाद पूर्वांचल के लोग आसानी से बिहार तक आवागमन करने में बड़ी आसानी होगी. अब यह रास्ता आजमगढ़ से आने वाले एनएच-28 तथा बलिया में एनएच-31 को सीधा कनेक्ट कर पाएगा.
इस दौरान कैबिनेट मंत्री एके शर्मा के अहम प्रयास से जहां चौतरफा सराहना हो रही है अब वही लोग उनके आगमन पर भव्य स्वागत की तैयारी में विचार विमर्श और जुट चुके हैं. इस दौरान आजमगढ़ से मऊ तक फोरलेन बना हुआ है मऊ से बलिया तक सिंगल रोड है जिसकी वजह से आए दिन जाम के कारण लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है यही नहीं रतनपुरा बाजार में हर दिन जाम की स्थिति दिनभर बनी रहती है यही नहीं सड़क सिग्नल से होने से आए दिन एक्सीडेंट की संभावना बनी रहती है.
जानिए इस योजना को कहां-कहां मिलेगा लाभ
इस योजना के माध्यम से बिहार जाने के लिए अब यह मार्ग काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है अब इसे देखते हुए जनपद वासियों ने नगर विकास तथा ऊर्जा मंत्री के समक्ष यह पूरा मामला उठाया और बताया है. अब इसको गंभीरता रूप से लेते हुए नगर विकास मंत्री लगातार अपना प्रयास जारी रखे हुए हैं पिछले दो सालों में कई बार भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष साहित्य तमाम उच्च अधिकारियों के समक्ष यह मामला उठाया गया है.
जिसमें उच्च अधिकारियों ने आजमगढ़ मऊ मार्ग की ओर से ही मऊ और बलिया वाले रास्ते का भी सुदृढ़ीकरण तथा ऊंचीकरण का आश्वासन दे दिया था अब यही नहीं बीते 14 अप्रैल को आयोजित अंबेडकर जयंती पर भी नगर विकास मंत्री ने जनपद वासियों को बताया गया था कि जल्द इसका निर्माण तय कर लिया जाएगा बीते 28 में को पत्र लिखकर पुनः भारतीय राजमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष को स्मरण करवाया गया था अब इसका परिणाम रहा है कि 17 जुलाई को इसके निर्माण को हरी झंडी मिल गई है अब पूरे विभाग की ओर से डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने के लिए कार्य प्रारंभ करवा दिया गया.