यूपी के इस जिले से मुंबई के लिए नया रेल मार्ग! यात्रा होगी आसान
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यूपी में रेल यात्रा को तेज और सरल सुविधा युक्त बनाने की दिशा में व्यापक स्तर पर प्रयास किया जा रहा है जिसमें नई लाइनो उच्च गति ट्रेन सेवा स्टेशन उन्नयन तथा क्षेत्रीय अवधिकरण शामिल किया गया है प्रदेश में रेल नेटवर्क के विस्तार से न केवल अब यात्रियों को सुविधा मिल पाएगा अपितु स्थानीय अर्थव्यवस्था पर्यटन तथा ग्रामीण संपर्क क्षमता भी सुदृढ़ आवश्यक रूप से होगी.
रेल यात्रा होगी और भी आसान
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में बुंदेलखंड के लिए रेल यात्रा और की जा रही है जिसमें मुंबई के लिए नया रेल मार्ग का विकल्प का रास्ता साफ कर दिया गया है इससे नई ट्रेन आसानी से मिल पाएंगे इस दौरान प्रयागराज सतना और झांसी कानपुर रेल मार्ग पर कभी भी दिक्कत आने पर ट्रेन डाइवर्ट करके इस रेल मार्ग से संचालित की जाएगी. अब यह स्पष्ट तौर से बिल्कुल साफ है कि यह योजना सफलतापूर्वक आसानी से हो जाएगा जो मानिकपुर जंक्शन से वाया बांदा खैरा से घाटमपुर और हमीरपुर होकर भीमसेन तक रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण से अब जिसका 75% निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है.
लेकिन अभी तक सिग्नल ट्रैक होने से ट्रेनों की गति ठीक रूप से पकड़ नहीं पा रही थी लेकिन अब रफ्तार मिलने की पूरी गारंटी है. बांदा भीमसेन रेल लाइन दोहरीकरण से कानपुर नगर, हमीरपुर, कानपुर देहात, चित्रकूट, बांदा अपने सभी जिलों को सीधा लाभ पहुंचेगा. कानपुर और झांसी रेलवे ट्रैक पर स्थित भीमसेन जंक्शन से कठारा, हमीरपुर रोड, सीढ़ी इटारा, पतारा, इंगोहटा, खैरार जंक्शन होते हुए बांदा और चित्रकूट तक स्थानीय पैसेंजर इंटरसिटी मध्य प्रदेश के जबलपुर और छत्तीसगढ़ के रायपुर तथा मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनल तक ट्रेन वर्तमान समय में संचालित हो रही है.
रेल लाइन दोहरीकरण का काम तेज
इस योजना के माध्यम से अब करीब करीब 250 गांव सीधे कनेक्ट हो पाएंगे हमीरपुर रोड यमुना बैंक से घाटमपुर रेलवे स्टेशन के बीच ट्रैक डालने के लिए समीकरण का काम अब अंतिम चरण में किया जा रहा है अभी तक सिग्नल ट्रैक होने से ट्रेनों को रफ्तार किसी भी तरीके से नहीं मिल पा रहा था कारण यह है कि ट्रेनों को आसपास करने के लिए उन्हें स्टेशनों पर रोक कर संचालित करना पड़ता था जो ट्रेन अभी साढ़े तीन घंटे से सेंट्रल से बांदा पहुंच रही ट्रैक दोहरीकरण के बाद अब दो से ढाई घंटे में ही पहुंचने लगी है.
अब प्रभु श्री राम की तपोस्थली चित्रकूट में पर्यटन को व्यापक रूप से बढ़ावा मिल पाएगा. इस दौरान प्रत्येक अमावस्या को आने जाने वाली लाखों लोग लाभान्वित आसानी से हो पाएंगे बड़ी संख्या में प्रतिदिन श्रद्धालु चित्रकूट धाम आवागमन करते रहते हैं वही घाटमपुर पावर प्लांट तक कोयला समेत दूसरी सामग्री मालगाड़ियों से पहुंचना अब और भी आसान हो जाएगा पावर प्लांट तक इस रेल लाइन से ट्रैक के बिछाया जा रहा है वर्तमान समय में इस रेल मार्ग पर चित्रकूट एक्सप्रेसवे, चित्रकूट इंटरसिटी एक्सप्रेस, कानपुर सेंट्रल- खजुराहो एक्सप्रेस, लखनऊ रायपुर गरीब रथ एक्सप्रेस, बेतवा एक्सप्रेस, सूबेदारगंज लोकमान्य तिलक स्पेशल जैसी ट्रेन संचालित की जा रही है.