यूपी के इस जिले को मिली 4 नई मेमू ट्रेनें, 28 जुलाई से शुरू होगी सेवा
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यूपी में मेमो बिजली से चलने वाली मल्टीप्ल यूनिट लोकल ट्रेनों का आधुनिक अब रूप बन चुका है. जो सबसे तेज, सस्ती तथा सुविधाजनक यात्रा प्रदान करने में सहायक होता है. जिसमें विभिन्न सुविधाओं में सुधार की गुंजाइश पानी और शौचालय की समुचित व्यवस्था कर रही है. इस प्रकार का ट्रेन छोटे और मध्यम दूरी के रास्तों पर चलने के लिए डिजाइन किया जा रहा है.
परिचालन और यात्रा अनुभव, जानिए पूरा सिस्टम
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में ललितपुर और खजुराहो तथा महोबा खुजराहो के लिए नए प्रकार का मेमो ट्रेन आगामी 28 जुलाई से पटरी पर रफ्तार लेगा. अब इसके लिए 16 ट्रेन झांसी रेल मंडल को प्राप्त होंगे. इस दौरान आधुनिक कोच में सारी जानकारी डिस्प्ले से उद्घोषणा के साथ-साथ प्राप्त की जाएगी फिर उसके बाद ट्रेनों के नंबर में भी बड़ा बदलाव किया जा सकता है. अब आईसीएफ के साथ-साथ उसके स्थान पर मेमू कोच का उपयोग किया जाएगा.
एक मेमो ट्रेन में आठ कार यान स्थापित होंगे अब कोच में ट्रेन नंबर के साथ-साथ आगामी स्टेशन की उद्घोषणा भी की जाएगी जिससे यात्री आराम से अपने गंतव्य वाले स्टेशन पर उतर पाएंगे इसके साथ-साथ इसमें आगे तथा पीछे गार्ड कम मेमू कंट्रोलर भी व्यवस्थित किया जाएगा. इससे ट्रेन की दूसरी दिशा में रफ्तार देने के लिए समस्या नहीं उत्पन्न हो पाएगी अब सुविधा आगामी 28 जुलाई से सभी यात्रियों को देने की तैयारी की जा रही है.
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नेटवर्क का विस्तार तथा तकनीकी उन्नयन
इस योजना के माध्यम से पैरों के कोच तथा नंबर में बदलाव भी किया गया है जिसमें वर्तमान ट्रेन नंबर 51817, खजुराहो और ललितपुर का नया नंबर 646 47 किया गया है. वर्तमान ट्रेन नंबर 51 821 महोबा खजुराहो का नया नंबर 64649 कर दिया गया है. वर्तमान में ट्रेन नंबर 51822 खजुराहो और महोबा का नया नंबर 646 50 बदला गया है. मेमू कोच एक विशेष प्रकार की ट्रेन का आकार होता है इसके प्रत्येक कोच में मोटर स्थापित किया गया है.

इसलिए इंजन की आवश्यकता इसमें किसी भी रूप से जरूरत नहीं पड़ती मेमो कोचो की गति आईसीएफ कोचो की तुलना मैं थोड़ी अधिक होती है लेकिन सुरक्षा की दृष्टिकोण से बराबर होता है इसका उपयोग मुख्य रूप से उपनगरीय तथा छोटी दूरी की यात्राओं के लिए पूरी की जाती है डीआरएम दीपक कुमार सिंह ने कहां है कि मेमू कोच अभी कानपुर आगरा तथा बांदा पर सचालित किया जा रहा है. अब इसमें ललितपुर महोबा तथा खजुराहो रूट पर मेमू संचालित आवश्यक रूप से की जाएगी इसमें यात्रियों को अपने गंतव्य तक समय पर पहुंचने में बड़ी आसानी होगी एक मेमो में 8 कोच लगे होते हैं.
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शम्भूनाथ गुप्ता पिछले 5 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता में हैं। 'मीडिया दस्तक' और 'बस्ती चेतना' जैसे प्लेटफॉर्म पर न्यूज़ और वीडियो एडिटिंग टीम में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। न्यूज़ प्रोडक्शन और डिजिटल कंटेंट निर्माण में गहरा अनुभव रखते हैं। वर्तमान में वे 'भारतीय बस्ती' की उत्तर प्रदेश टीम में कार्यरत हैं, जहां वे राज्य से जुड़ी खबरों की गंभीर और सटीक कवरेज में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।