यूपी का यह एयरपोर्ट हाईटेक सुविधाओं से होगा लेस, अप्रैल में इन रूटों के लिए शुरू होगी सेवा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ी एक बड़ी और महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर और उपकरणों की स्थापना का काम पिछले सप्ताह शुरू हुआ था। देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट जेवर कई एडवांस तकनीकी से लैस होगा। बारिश और घने कोहरे में भी यहां की उड़ानें जल्दी रद्द नहीं होगी। क्योंकि और की मदद से विमान की लैंडिंग और टेकऑफ के दौरान सटीकता और सुरक्षा में बड़ी वृद्धि होगी। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के काम को तेजी से पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.
यह एयरपोर्ट भारत के नागरिक उड्डयन क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होने वाला है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 नवंबर 2021 को किया था. तब से इसका निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है. अधिकांश निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, और एयरपोर्ट जल्द ही पूरी तरह से चालू हो जाएगा। जो इसे विश्व स्तरीय एयरपोर्ट्स की श्रेणी में लाती है. एयरपोर्ट पर आधुनिक उपकरणों की स्थापना के साथ यह अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित हो चुका है, जिससे बारिश और घने कोहरे जैसी चुनौतीपूर्ण स्थितियों में भी विमानों की सुरक्षित लैंडिंग और टेकऑफ संभव होगी.
इस तकनीक में इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम और प्रेसीजन अप्रोच पाथ इंडिकेटर शामिल हैं. यह अत्यधिक उन्नत तकनीक केवल चुनिंदा वैश्विक हवाई अड्डों पर उपलब्ध है, और अब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी इस श्रेणी में शामिल हो गया है। जिसे अब सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है. इस परियोजना को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के सहयोग से किया गया है.
मदद से विमान की लैंडिंग और टेकऑफ के दौरान सटीकता और सुरक्षा में बड़ी वृद्धि होगी, विशेष रूप से खराब मौसम जैसे बारिश और कोहरे की स्थितियों में.क्ळब्। के एक वरिष्ठ अधिकारी ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि इन उपकरणों की मदद से एयरपोर्ट को वर्षा और घने कोहरे में भी विमानों का सुरक्षित संचालन करने की क्षमता प्राप्त होगी. यह तकनीक दुनिया के कुछ ही हवाई अड्डों पर उपलब्ध है, जो नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को एक विशेष स्थान पर स्थापित करती है और इसे वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाती है।