यूपी के लखनऊ,अयोध्या वाराणसी सहित 16 जिलों में बिछेगा कार्गो टर्मिनल का जाल
उत्तर प्रदेश में माल की आपूर्ति चेन को सशक्त बनाने के लिए योगी सरकार एक महत्वाकांक्षी योजना पर काम कर रही है। प्रदेश में कार्गो टर्मिनल का एक विस्तृत नेटवर्क स्थापित किया जाएगा। इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में लॉजिस्टिक कार्गो हब का निर्माण किया जाएगा।
यह कदम उत्तर प्रदेश को एक प्रमुख लॉजिस्टिक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। सरकार का लक्ष्य है कि इन कार्गो हब के माध्यम से माल की आवाजाही को सुगम बनाया जाए, जिससे व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
उत्तर प्रदेश में माल आपूर्ति श्रृंखला को सुदृढ़ करने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना बनाई जा रही है, जिसके तहत कार्गो टर्मिनल का एक विस्तृत नेटवर्क स्थापित किया जाएगा। ये कार्गो टर्मिनल भारी माल की लदान, उठान और सुरक्षित भंडारण के लिए प्रमुख सुविधाएं प्रदान करेंगे, जिससे व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा मिलेगा।
गतिशक्ति अभियान के अंतर्गत, माल परिवहन के लिए उपयुक्त भूमि का चयन किया जा रहा है। इसके साथ ही, गोदामों और लॉजिस्टिक नीति के माध्यम से निजी निवेशकों को आकर्षित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस पहल से न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी, बल्कि यह रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस पहल से उत्तर प्रदेश में व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी और माल परिवहन की प्रक्रिया को और अधिक कुशल बनाया जा सकेगा। इस प्रकार, यह योजना राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने हाल ही में दादरी में पीएम गति शक्ति योजना के अंतर्गत एक कार्गो टर्मिनल निर्मित करने के सुझाव को स्वीकृति दी है। यह कार्गो टर्मिनल 260 एकड़ की विशाल भूमि पर विकसित किया जाएगा। यह नया टर्मिनल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में माल का आवागमन और व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में कार्य करेगा।
इस टर्मिनल में माल के भंडारण की सुविधा उपलब्ध होगी और यह कई राजमार्गों और औद्योगिक क्षेत्रों से सामान लाने-ले जाने की सुविधा प्रदान करेगा। इसी तरह का एक और कार्गो टर्मिनल गोरखपुर में भी स्थापित किया जा रहा है, जिससे क्षेत्र में व्यापारिक गतिविधियों को और बढ़ावा मिलेगा। इस परियोजना से न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, बल्कि यह क्षेत्र के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा। इस तरह की योजनाएं सरकार की विकास नीति को साकार करने में अहम भूमिका निभा रही हैं।
हाल ही में, कुछ निजी कंपनियों ने कई जिलों में कार्गो टर्मिनल स्थापित करने में रुचि रखी है। इनमें लखनऊ, कानपुर, गौतमबुद्धनगर, मुरादाबाद, सीतापुर, शाहजहांपुर, प्रयागराज, वाराणसी, अयोध्या, अलीगढ़, आजमगढ़ और आगरा जैसे महत्वपूर्ण जिले सम्मिलित हैं।
औद्योगिक विकास विभाग का लक्ष्य है कि जलमार्ग के माध्यम से माल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए निजी निवेशकों को आकर्षित किया जाए। इसके लिए, निवेशकों को बेहतर सुविधाएं और प्रोत्साहन प्रदान किए जाने की योजना बनाई जा रही है। कार्गो टर्मिनल के निर्माण से माल ढुलाई में तेजी आएगी और व्यापारिक गतिविधियों में वृद्धि होगी। इस प्रकार, यह कदम प्रदेश के औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
उत्तर प्रदेश में भंडारण और लॉजिस्टिक्स अवसंरचना को सुदृढ़ बनाने के लिए नई नीति लागू की जाएगी। यह नीति, जिसे "वेयरहाउस और लॉजिस्टिक नीति 2022" के नाम से जाना जाएगा, राज्य में ट्रांसपोर्ट अवसंरचना नेटवर्क को बेहतर बनाने का लक्ष्य रखती है। इस नीति के तहत ठंडे भंडारण श्रृंखला, कार्गो सुविधाएं, मल्टी-मोडल पार्क, एयर फ्रेट स्टेशन, लॉजिस्टिक्स पार्क, ट्रक पार्क और अंतर्देशीय बंदरगाहों का विकास किया जाएगा। इससे न केवल माल की आवाजाही में सुधार होगा, बल्कि व्यापार और वाणिज्य के लिए भी नए अवसर पैदा होंगे।
यूपी सरकार का मानना है कि इस पहल से राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी और यह निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। इस तरह की अवसंरचना विकास से स्थानीय उद्योगों को भी लाभ होगा और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे।