यूपी के इस एक्सप्रेसवे के जमीन अधिग्रहण करने पर किसानों ने किया इनकार, तीन गाँव के 38 लाख रुपए है सर्किल रेट
गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे जमीन अधिग्रहण के लिए मामला फंसता जा रहा है। इन गलियारों का मकसद, औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना और आर्थिक विकास को मज़बूत करना और बढ़ाई जाएगी। इसके लिए जमीन का अधिग्रहण होना है। लेकिन औद्योगिक गलियारे के लिए जमीन देने से किसानों ने इनकार कर दिया। किसानों ने बुधवार को डीएम को ज्ञापन दिया। चेतावनी दी कि अगर किसानों की जमीन जबरन अधिग्रहण की गई तो 4 नवंबर से चार गांव के किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ जाएंगे।
वहीं बुधवार को तीनों गांव के किसानों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर हंगामा किया। किसानों ने कहा कि किसी भी हालत में जमीन नहीं देंगे। प्रशासन जबरन जमीन लेना चाहता है। चेतावनी दी है कि अगर जमीन का अधिग्रहण किया गया तो तीनों गांव के लोग चार नवंबर से कोल गांव मार्ग खड़खड़ी से धरना प्रदर्शन करेंगे। खरखौदा क्षेत्र में गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक गलियारा यूपीडा द्वारा विकसित हो रहा है, जिसमें किसानों की जमीन दिलाने का काम जिला प्रशासन का है। एसडीएम सदर कमल किशोर और तहसीलदार शैलेंद्र सिंह ने औद्योगिक गलियारे के लिए 200 हेक्टेयर जमीन खरखौदा और बिजौली के किसानों की दिलवा दी।