यूपी में बन रहे यह Expressway, इन 56 जिलों को मिलेगी रफ्तार, होगा यह रूट
नए साल में विभिन्न क्षेत्रों में विकास और सुधार के लिए नए प्रोजेक्ट्स और योजनाएं सरकार तैयार कर रही है
उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करने पर पूरा फोकस कर रही है, पिछले सात साल में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में ऐसे कई काम हुए हैं, जिनसे विकास को तेज रफ्तार मिली है, सड़क या रेल कनेक्टिविटी, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों की स्थापना हो या फिर स्मार्ट सिटी और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करना हो, हर क्षेत्र पर सरकार ने काम पर ध्यान दिया है।
यूपी में एक्सप्रेस.वे के निर्माण में आएगी तेजी
नए साल में विभिन्न क्षेत्रों में विकास और सुधार के लिए नए प्रोजेक्ट्स और योजनाएं सरकार तैयार कर रही है, ये योजनाएं हर क्षेत्र से संबंधित हैं, इससे प्रदेश के विकास को पंख लगेंगे और जनता को तमाम बेहतरीन सुविधाएं भी मिलेंगी। उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय और राज्य मार्गों का तेजी से सुधार हो रहा है और विस्तार भी हो रहा है, पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए कई एक्सप्रेस वे और हाईवे सरकार बना चुकी है और कई नए एक्सप्रेसवेज और अन्य सड़कों और हाईवेज का निर्माण कार्य जारी है, अभी तक देश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में बन चुके हैं। यूपी देश का सर्वाधिक एक्सप्रेसवे युक्त जिलों वाला पहला राज्य बनने जा रहा है। राज्य में पांच चालू एक्सप्रेसवे 27 जिलों से होकर गुजर रहे हैं और 29 जिले निर्माणाधीन व निकट भविष्य में बनने वाले एक्सप्रेसवे के दायरे में आने जा रहे हैं। इन 13 एक्सप्रेसवे के अलावा कई और एक्सप्रेसवे बनाने की योजना है लेकिन उनकी व्यवहारिकता का परीक्षण के बाद उन पर अंतिम निर्णय होगा। इसके अलावा लखनऊ कानपुर एक्सप्रेसवे भी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण जल्द पूरा कर देगा। खास बात यह कि लखनऊ, प्रयागराज, इटावा, आगरा आजमगढ़ समेत कई जिले ऐसे हैं, जहां से कई एक्सप्रेसवे गुजरेंगे।
हाई स्पीड देंगी सफर को रफ्तार
इस तरह 13 एक्सप्रेसवे राज्य के हर हिस्से को राजधानी लखनऊ व नोएडा व दिल्ली से जोड़ देंगे। अब सोनभद्र से शुरू होकर कोई यात्री विन्ध्य एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे होता हुआ जेवर लिंक एक्सप्रेसवे के जरिए नोएर दिल्ली तक पहुंच सकता है और चाहे तो पूर्वांचल एक्सप्रेस पर भी चढ़ सकता है। यह सारे एक्सप्रेसवे यूपीडा बना रहा है। इस तरह आने वाले वक्त में 75 जिलों वाले यूपी के 56 जिलों से विभिन्न एक्सप्रेसवे गुजरेंगे। यूपी में यात्रा को और रफ्तार मिलेगी। इसके साथ सफर आसान होगा। देश का एक्सप्रेसवे प्रदेश बन चुके यूपी में इस साल दो नए एक्सप्रेसवे का ऐलान हाल में योगी सरकार ने किया है। इस तरह कुल सात नए एक्सप्रेसवे को सरकार ने स्वीकार करते हुए इसके निर्माण का ऐलान किया है और इनके लिए फंड की व्यवस्था भी की जा रही है। गंगा एक्सप्रेसवे अगले कुछ ही महीनों में बन कर तैयार हो जाएगा।
चालू एक्सप्रेसवे यमुना एक्सप्रेसवे (165 किमी)
आगरा, मथुरा, अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर (3 जिले)
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (302 किमी)
आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरया, कन्नौज, कानपुर, हरदोई, उन्नाव व लखनऊ (9 जिले)
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (340 किमी)
लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अम्बेडकर नगर, आजमगढ़ व मऊ व गाजीपुर (8 जिले)
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (296 किमी)
चित्रकूट, बांदा, महोबा, जालौन व औरया (5 जिले)
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे (91 किमी)
गोरखपुर, आजमगढ़, अम्बेडकरनगर, संतकबीर नगर (2 जिले)
निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे (एक)
गंगा एक्सप्रेसवे (594 किमी)
मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़, व प्रयागराज (12 जिले)
निकट भविष्य में बनने वाले एक्सप्रेसवे
1-आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे-पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लिंक एक्सप्रेसवे 60 किमी (1 जिला)
2-आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे-गंगा एक्सप्रेसवे वाया फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे 93 किमी.
इटावा, फर्रुखाबाद हरदोई (3 जिला)
3-चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे (120 किमी)
चित्रकूट- कौशांबी, प्रयागराज (2 जिला)
4-झांसी लिंक एक्सप्रेसवे (100 किमी)
झांसी-जालौन-2 जिला
5-जेवर लिंक एक्सप्रेसवे 76 किमी
नोएडा बुलंदशहर मेरठ (तीन जिले)
6-विन्ध्य एक्सप्रेसवे (320 किमी)
प्रयागराज, मिर्जापुर, संत रविदास नगर, वाराणसी, चंदौली, व सोनभद्र (5 जिला)
7-विन्ध्य पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे (100 किमी)
चंदौली -गाजीपुर सोनभद्र-(एक जिला)