कौन है महाकुंभ जिले का जिलाधिकारी ? 4 तहसील 67 गाँव है शामिल
इस भव्य आयोजन को संभालने की जिम्मेदारी आईएएस अधिकारी विजय किरण आनंद के पास है।
प्रयागराज में त्रिवेणी संगम के घाटों पर महाकुंभ 2025 का मेला चल रहा है, लाखों श्रद्धालु इस सबसे बड़े धार्मिक समागम में हिस्सा ले रहे हैं, 13 जनवरी से शुरू हुआ यह आयोजन अगले 42 दिनों तक चलेगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस साल महाकुंभ के लिए किए गए सभी इंतजामों के पीछे कौन है। इस भव्य आयोजन को संभालने की जिम्मेदारी आईएएस अधिकारी विजय किरण आनंद के पास है।
विजय किरण आनंद यूपी के मैनपुरी, उन्नाव, फिरोजाबाद, वाराणसी और शाहजहांपुर में जिलाधिकारी के पद पर तैनात रहे हैं. उन्हें माघ और कुंभ मेले की जिम्मेदारी दी गई थी. 2017 में उन्हें माघ मेला और 2019 में अर्ध कुंभ मेला का अधिकारी बनाया गया था. उन्होंने पंचायती राज, सिंचाई और बेसिक शिक्षा जैसे विभागों में भी अपनी सेवाएं दी. इस साल उन्हें अपने करियर की सबसे बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है. उन्हें महाकुंभ 2025 के लिए मुख्य अधिकारी का दायित्व सौंपा गया है। कुंभ मेला 2025 में शामिल होने वालो लोगों के हुजूम का प्रबंधन करने के लिए उत्तर प्रदेश ने महाकुंभ मेला जिला नाम का एक अस्थायी जिला स्थापित किया है, यह जिला 1 दिसंबर 2024 से 31 मार्च 2025 तक प्रभावी रहेगा। इस जिले में चार तहसीलों के 67 गांव शामिल हैं। और इसका प्रशासन आईएएस अधिकारी विजय किरण आनंद चला रहे हैं जिन्हें यहां का जिला मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। मेला अधिकारी की भूमिका उनके विशाल अनुभव का परिणाम है. उनकी इस उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें सिविल सेवा दिवस पर प्रधानमंत्री पुरस्कार 2020 से सम्मानित किया और पीएम ने उन्हें स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया था। विजय किरण आनंद ने साल 2008 संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा क्रैक की थी. वह 2009 बैच के यूपी कैडर के प्।ै अधिकारी हैं. बेंगलुरू में जन्में आईएएस विजय किरण आनंद एक योग्य चार्टर्ड अकाउंटेंट भी हैं. विजय किरण ने शुरुआत में उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एसडीएम के पद की जिम्मेदारी संभाली थी. बागपत में दो साल तक सेवा देने के बाद उनका ट्रांसफर बाराबंकी कर दिया गया, यहां उन्हें मुख्य विकास अधिकारी के पद पर तैनात किया गया।
एक भव्य और ऐतिहासिक आयोजन की उम्मीद
प्रयागराज के संगम तट पर महाकुंभ का शुभारंभ हो चुका है. मंगलवार को इस महाकुंभ का पहला अमृत स्नान हुआ, जिसमें हजारों साधु-संतों के साथ करोड़ों लोगों ने संगम में डुबकी लगाई. सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. 13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुंभ 26 फरवरी तक चलेगा. इस बार महाकुंभ में 45 करोड़ लोगों के पहुंचने की उम्मीद जताई गई है. इस साल महाकुंभ की जिम्मेदारी आईएएस अधिकारी विजय किरण आनंद को सौंपी गई है, जिनके नेतृत्व में एक भव्य और ऐतिहासिक आयोजन की उम्मीद है. विजय किरण आनंद 2009 बैच के यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। अखाड़ों के अमृत स्नान में, श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्री शंभु पंचायती अटल अखाड़ा के संतों ने ‘हर हर महादेव’ के जयकारों के साथ संगम में सबसे पहले अमृत स्नान किया. अमृत स्नान के बाद, महानिर्वाणी अखाड़ा के महामंडलेश्वर चेतन गिरी जी महाराज ने मीडिया से कहा कि हर 12 साल में प्रयागराज में पूर्ण कुंभ होता है और 12 पूर्ण कुंभों के बाद, यह महाकुंभ 144 साल बाद आता है. बहुत भाग्यशाली लोग महाकुंभ में स्नान करने का अवसर पाते हैं।