यूपी के इस जिले में शिक्षक संघ ने किया विरोध
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यूपी में विभिन्न जिलों में विद्यालयों का युग्मन की नवीन पहल प्रारंभ की जा रही है. जिसका उद्देश्य कम नामांकन वाले छोटे सरकारी स्कूलों के पास के बड़े स्कूलों के संसाधनों से कनेक्ट करके गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक वातावरण बनाने की योजना की तैयारी की जा रही है यह नीति विभिन्न पहलुओं को संक्षेप में प्रस्तुत किया जा चुका है. अब इन स्कूलों को सरकारी विद्यालयों की पहचान दी गई है.
छात्र संख्या के आधार पर विद्यालयों का युग्मन प्रारंभ
यूपी के गोंडा जिले में स्कूल छात्रों की संख्या के आधार पर विद्यालयों का युग्मन प्रारंभ करवाने की तैयारी की गई है जिसमें पहले चरण में अब 112 विद्यालय का एक युग्मन तय किया गया है. बीईओ की ओर की तरफ से प्रस्ताव बना कर दिया गया है. इसी बीच बीएसए अतुल कुमार तिवारी ने कहा है कि जिले में विद्यालयों को युग्मन के लिए बीईओ की तरफ से 112 विद्यालय का प्रस्ताव प्राप्त हो चुका है.
जिसमें छात्र और अभिभावक के साथ-साथ ही प्राधिकारियों से सहमति ली जा चुकी है अब पहले चरण में विद्यालयों का युग्मन तीव्र गति से करवाया जाएगा. अब बीईओ झंझरी डॉक्टर सम्मय प्रसाद ने कहा है कि 40 से कम नामांकन वाले विद्यालय के पास विद्यालयों में मर्ज करने के लिए बीएसए को प्रस्ताव दिया जा चुका है. अब शिक्षा के क्षेत्र में 198 विद्यालयों में से 28 को मर्ज करने का प्रस्ताव तैयार किया जा चुका है जिसमें बताया गया है कि बच्चों के लिए स्कूल की पहुंच के साथ-साथ ही अभिभावकों से सहमति दर्ज की गई है.
शिक्षक संघ ने जताया विरोध
इस योजना के अंतर्गत किसी भी विद्यार्थी को स्कूल आने-जाने में किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होगी अब इसे भी विभागीय स्तर पर निगरानी की जाएगी अन्य शिक्षा क्षेत्र से बीईओ की ओर से सर्वे करके उसके आधार पर विद्यालयों के मर्ज का प्रस्ताव बीएसए को सौंप दिया गया है इसी बीच उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा संघ के जिला अध्यक्ष आनंद त्रिपाठी तथा जिला मंत्री विजय नारायण पांडे ने बीएसए को एक के पत्र लिखकर भेंट किया है जिसमें इस कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की गई है जिसमें बताया गया है कि जिले में कम नामांकन के आधार पर विद्यालयों का मर्ज और युग्मन हो रहा है.
जबकि अभिभावक और शिक्षक से ना कोई विचार विमर्श हुआ है और ना ही बीएसए कार्यालय में शिकायत निवारण और फीडबैक के लिए प्रभावी तंत्र स्थापित करवाया गया है शिक्षकों का कहना है कि खंड शिक्षा अधिकारियों की तरफ से छात्र संख्या को लेकर अलग-अलग मानक पर युग्मन और मर्ज के लिए प्रस्ताव दिया जा रहा है इसमें किसी की सहमति अभी तक नहीं ली गई है मीडिया प्रभारी वीरेंद्र त्रिपाठी ने बताया है कि शिक्षक संघ इस प्रयोग के खिलाफ खड़ा हुआ है.