गोरखपुर से स्पेशल ट्रेनों को मिलेगा रेगुलर का दर्जा
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यूपी में भारतीय रेलवे में भारी निवेश प्रारंभ हो चुका है जिसमें सिर्फ रेल परियोजनाओं के लिए करोड़ से अधिक का बजट स्वीकृत तीव्र गति के साथ किया जा रहा है जिसके माध्यम से अधिक ट्रेनों का उद्घाटन भी आए दिन होता जा रहा है. राज्य सरकार का उद्देश्य रूट का विस्तार गतिविधि नई सुविधा तथा नेटवर्क विस्तार के जरिए भारत के हर हिस्से से कनेक्ट करना है.
यात्रियों को अब मिलेगा पूर्ण रूप से लाभ
इन ट्रेनों को नियमित रूप से संचालित में दिक्कत भी किसी भी तरीके से नहीं आ पाएगी ऐसा इसलिए है कि पहले से ही चलने के चलते इनका समय सीमा तय है इसमें कुछ एक्सप्रेस ट्रेनों को अमृत भारत की रेक लगाकर संचालित किया जा सकता है. मिली जानकारी के अनुसार बताया गया है कि पूर्व में चल रही बरौनी नई दिल्ली, गोरखपुर दिल्ली स्पेशल, छपरा लखनऊ दिल्ली रक्सौल सहित 10 से ज्यादा ट्रेन नियमित की जा सकती हैं अब इसी क्रम में 19 जुलाई को पीलीभीत से शाहजहांपुर के बीच चल रही स्पेशल ट्रेन को नियमित किया जा रहा है. कुछ और ट्रेनों की समय सारणी रेलवे बोर्ड से तय होने के बाद उन्हें संचालित करवाया जाएगा.
यात्रियों के लिए सुविधा तथा आराम
इसी बीच रेल मंत्रालय ने कहा है कि आधुनिक रेल सेवा का विस्तार तथा लाभ ट्रेन नेटवर्क के विस्तार यात्रियों को मिलने वाले मुख्य लाभो तथा आगामी संभावनाओं की समीक्षा लगातार प्रस्तुत की जा रही है. जिसमें दिव्यांग यात्रियों के लिए व्हीलचेयर समर्थन ब्रेल शाइनिंग तथा एक्सेसिबल टॉयलेट की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही हैं. जिसमें नई ट्रेन सेट्स में फायर डिटेक्शन सिपरेशन अलार्म आपात पुश बटन एरोग्राफिक सुरक्षा प्रणाली मजबूत बड़ी संरचना शामिल किया गया है.
बिजली संचालन तथा ब्रेकिंग की वजह से ट्रेन पारंपरिक रेल तुलना में कम कार्बन उत्सर्जन उत्पन्न कर पा रही है जिससे पर्यावरण संरक्षण में योगदान मिलने जा रहा है. इस दौरान रियल एस्टेट पर्यटन तथा स्थानीय व्यापार क्षेत्र में बढ़ावा और बेहतर कनेक्टिविटी ने कई शहरों में निवेश आकर्षित किया है. वर्तमान समय में ट्रेन केवल यात्रियों को बेहतर सुविधा तथा समय की बचत प्रदान नहीं करती अपितु भारत के रेल नेटवर्क को आधुनिक बनाने तथा देश की आर्थिक अग्रमिता को मजबूत करने में भी एक महत्वपूर्ण स्तंभ का कार्य आवश्यक रूप से कर रही है.
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शम्भूनाथ गुप्ता पिछले 5 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता में हैं। 'मीडिया दस्तक' और 'बस्ती चेतना' जैसे प्लेटफॉर्म पर न्यूज़ और वीडियो एडिटिंग टीम में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। न्यूज़ प्रोडक्शन और डिजिटल कंटेंट निर्माण में गहरा अनुभव रखते हैं। वर्तमान में वे 'भारतीय बस्ती' की उत्तर प्रदेश टीम में कार्यरत हैं, जहां वे राज्य से जुड़ी खबरों की गंभीर और सटीक कवरेज में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।