यूपी के इस जिले में शुरू हुआ बिजली खंबों की शिफ्टिंग

यूपी के इस जिले में शुरू हुआ बिजली खंबों की शिफ्टिंग
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हर में रास्तों के बीच लगे बिजली के खंभे को हटाने का कार्य बिजली बोर्ड ने आरंभ कर दिया है। इसके स्थान पर नया पोल लगाया गया है। यह पोल ऐसे स्थान पर लगाए जा रहे हैं, जहां से किसी तरह की दिक्कत लोगों को न आए। शहर में कई जगह आम रास्तों के बीच बिजली के पोल लगे हैं। यहां से गुजरने के दौरान लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ती थीं।

बिजली के खंभे शिफ्ट करने का काम शुरू

अयोध्या-लखनऊ मार्ग शहर के बीच से होकर गुजरा है। पटेल तिराहा पर अक्सर जाम लगता है। जाम से निजात दिलाने और यातायात सुगम बनाने के लिए कचेहरी से पटेल तिराहा और पटेल तिराहा से देवा रोड स्थित बस स्टेशन तक सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा। डीएम ने निरीक्षण कर सड़कों को और चौड़ी करने के आदेश दिए हैं। अयोध्या-लखनऊ मार्ग पर स्थित पटेल तिराहा जो अक्सर जाम की समस्या से ग्रस्त रहता हैए अब यातायात के लिए सुगम बनने जा रहा है। कचेहरी से पटेल तिराहा और पटेल तिराहा से देवा रोड स्थित बस स्टेशन तक सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा। टीएसआई राम यतन यादव ने बताया कि सड़क के किनारे लगे बिजली के खंभों को पीछे हटाया जाएगा और सड़क की चौड़ाई बढ़ाई जाएगी। इस कार्य से न केवल यातायात की समस्या का समाधान होगा बल्कि शहरवासियों को कई अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी। लखनऊ-अयोध्या राष्ट्रीय मार्ग पर सड़क और फुटपाथ के विस्तार के बाद अब बिजली खंभों की शिफ्टिंग का कार्य शुरू हो गया है। नगर पालिका प्रशासन द्वारा सड़क चौड़ीकरण के दौरान कई स्थानों पर बिजली के खंभे इंटरलॉकिंग और सड़क की सीमा में आ गए थे। इस कारण इन खंभों से यातायात संचालन प्रभावित हो रहा था। अब इन खंभों को हटाकर सड़क किनारे शिफ्ट करने का कार्य शुरू किया गया है। यातायात व परिवहन से जुड़ी आधारभूत संरचना को मजबूत करने के दृष्टिगत भविष्य की योजना बनाई जा रही है। इसके तहत कई मार्गों और पुलों के निर्माण के प्रस्ताव शासन को भेजे जा रहे हैं क्षेत्रों की सड़कों का चौड़ीकरण किया जाएगा। शासन की भी मंशा है कि वर्ष 2047 तक अयोध्या ही नहीं, फैजाबाद भी नए स्वरूप में उभरे।

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चौड़ा होगा अयोध्या-लखनऊ मार्ग

यातायात से जुड़ी समस्या से बुरी तरह ग्रस्त है। यहां की तमाम सड़कों की चौड़ाई आबादी और आवागमन के बढ़ते दबाव के अनुरूप नहीं है। वाहनों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। नागरिक परिवहन से जुड़े संसाधनों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। इसमें बेतहाशा संख्या में ई.रिक्शा के संचालन ने प्रमुख भूमिका निभाई है। ऊपर से लगभग सभी मार्ग अतिक्रमण की चपेट में हैं। शहर के प्रमुख बाजारों से जुड़ी सड़कों पर सबसे बड़ी समस्या रोड के किनारे वाहनों की पार्किंग कर दिया जाना है। इन सब कारणों से रोजाना सभी मार्गों पर घंटों जाम लगा रहता है। सड़क चौड़ीकरण के बाद बिजली के खंभे बीच सड़क और फुटपाथ में आने से आए दिन लोगों को जाम की परेशानी से जूझना पड़ता था। रविवार को पटेल तिराहा के पास खंभों की शिफ्टिंग का कार्य शुरू किया गया। पावर कार्पाेरेशन के एसडीओ दिनेश प्रजापति ने बताया कि सबसे पहले उन स्थानों पर खंभों को हटाया जा रहा है, जहां जाम की समस्या सबसे अधिक हो रही थी। इसके बाद अन्य मार्गों पर भी कार्य किया जाएगा। लखनऊ-अयोध्या मार्ग पर सभी अवरोधक खंभों को शीघ्र ही हटा दिया जाएगा, ताकि यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाया जा सके और यात्रियों को जाम से राहत मिले। अयोध्या की सूरत बदलने के दौर में शहर को सिर्फ रामपथ की ही सौगात मिली है। इसका निर्माण हो जाने से काफी हद तक सहूलियत हुई है, लेकिन यह नाकाफी है। अन्य मार्गों पर आवागमन से जुड़ी समस्याएं पूर्ववत बरकरार हैं। प्रशासन ने अब इस दिशा में सोचना शुरू किया है। श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत नहीं हो, इसके लिए अभी मौजूदा चार लेन के रिनोवेशन का काम करा दिया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया अब एनएचएआई शुरू कर रहा है। इसमें सड़क को ठीक करने के अलावा डिवाइडर और सुरक्षा उपाय भी शामिल रहेंगे। इससे काफी हद तक वाहनों की आवाजाही सुगम हो जाएगी।

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शम्भूनाथ गुप्ता पिछले 5 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता में हैं। 'मीडिया दस्तक' और 'बस्ती चेतना' जैसे प्लेटफॉर्म पर न्यूज़ और वीडियो एडिटिंग टीम में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। न्यूज़ प्रोडक्शन और डिजिटल कंटेंट निर्माण में गहरा अनुभव रखते हैं। वर्तमान में वे 'भारतीय बस्ती' की उत्तर प्रदेश टीम में कार्यरत हैं, जहां वे राज्य से जुड़ी खबरों की गंभीर और सटीक कवरेज में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।