यूपी में इस जगह नये डिजाइन से बनेगी सर्विस लेन, हादसे होंगे कम
ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे मिनिस्ट्री ने हाल ही में रोड एक्सीडेंट इन इंडिया 2022 नामक रिपोर्ट जारी की है
कई सड़कों के पुनर्निर्माण और नवीनीकरण के साथ-साथ नई सड़कों के निर्माण की स्वीकृति मिलने की भी जानकारी मिली है। इससे क्षेत्र के आर्थिक विकास की दिशा में नए अवसर खुलेंगे। बुनियादी ढांचे के साथ-साथ शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में विशेष ध्यान राज्य सरकार आमजन के हित में गंभीरता से काम काम कर रही है।
सडंक ऐक्सीडेंट और बिखरते परिवार
ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे मिनिस्ट्री ने हाल ही में रोड एक्सीडेंट इन इंडिया 2022 नामक रिपोर्ट जारी की है, जिसके आंकड़े चौंकाने वाले हैं। साल 2018 से 2022 के बीच अलग-अलग प्रदेशों और केंद्र शासित राज्यों में कहां कितने हादसे हुए हैं, इसका पूरा लेखा-जोखा इस रिपोर्ट में दिया गया है। सर्दी में कोहरे के कारण सड़क पर वाहन चलाना खतरनाक हो जाता है, देश भर में हादसे बढ़ जाते हैं। हादसे रोकने के लिए जैतपुर में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे की सर्विस लेन का डिजाइन बदलेगा। इसके लिए अब तक कराए गए निर्माण कार्यों में सुधार करना होगा। ये परिवर्तन एनएचएआई के सुझाव पर हो रहे हैं। यूपीडा ने कार्यदायी एजेंसी को भी डिजाइन में जरूरी बदलाव के निर्देश दे दिए हैं। मार्च में सड़क पूरी होने से पहले नई डिजाइन के अनुसार सर्विस लेन में बदलाव कर दिए जाएंगे। डिजाइन में बदलाव के बाद ही एनएचएआई की तरफ से इस सड़क पर एनओसी जारी होगा। छह लेन के बनाए जा रहे इस एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ सर्विसलेन भी बनाई जा रही है। सर्विस लेन निर्माण के लिए खजनी से गोरखपुर के बीच कुछ जगहों पर जमीन का विवाद था, जिसे निस्तारित किया जा रहा है। इसके अलावा खजनी और बेलघाट समेत कई स्थानों पर इंटरचेंज का भी कार्य चल रहा है, जिसे मार्च तक पूरा कराया जाएगा। परियोजना प्रबंधक पीपी वर्मा ने बताया कि इस एक्सप्रेस-वे पर एक जगह ओवरब्रिज निर्माण का कार्य भी चल रहा है, लेकिन उसमें देरी से आवागमन प्रभावित नहीं होगा। इसी प्रकार एक्सप्रेस-वे से होकर कोई वाहन नेशनल हाईवे पर उसी स्पीड में पहुंचेगा तो भी हादसे की आशंका रहेगी। इसे देखते हुए ही ये सुझाव दिए गए थे, ताकि सड़क पर आवागमन शुरू करने से पहले ही जरूरी बदलाव कर लिए जाएं।नए डिजाइन से बनेगी सर्विस लेन कम होंगे हादसे
इस दौरान लोगों से दोपहिया चलाते समय हेलमेट लगाने और कारें आदि ड्राइव करते समय सीट बेल्ट का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है, ऐसे में अगर कोई हादसा होता भी है तो वाहन सवारों को कम से कम नुकसान होता है, इसके बावजूद लोग लापरवाही बरतते हैं और जान गंवा बैठते हैं, केवल पिछले पांच सालों की बात करें तो देश भर में सड़क हादसों में 7.77 लाख लोग जान गंवा चुके हैं, सरकार की ओर से जारी की जाने वाली रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। मुजफ्फरपुर-लखनऊ नेशनल हाईवे के बाईपास पर जैतपुर के सामने से गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे की शुरुआत हो रही है। जिस बिंदु पर यह सड़क शुरू हो रही है, वहां दोनों तरफ सर्विस लेन भी बनी है, ताकि हाईवे से आने वाले वाहन बिना गति कम किए लिंक एक्सप्रेस-वे पर यात्रा शुरू कर सकें। इस सड़क का करीब 98 फीसदी काम पूरा होने के बाद पिछले दिनों यूपीडा की तरफ से एनएचएआई से इस सड़क पर एनओसी मांगी गई थी। एनएचएआई की तकनीकी विंग ने यहां जाकर जांच की तो देखा गया कि लिंक एक्सप्रेस-वे की तरफ से बनवाए गए सर्विस रोड की लंबाई-चौड़ाई और कर्व (मोड़) को लेकर कुछ तकनीकी दिक्कते हैं। एनएचएआई के एक वरिष्ठ अफसर ने बताया कि हाईवे पर 100 की स्पीड से चल रहे वाहन अगर लिंक एक्सप्रेस-वे पर जाएंगे तो इस कर्क के झुकाव व सर्विस लेन की कम लंबाई की वजह से स्पीड नियंत्रित करने में दिक्कत आएगी। ऐसे में हादसे की आशंका अधिक रहेगी।