यूपी में बाघ के पकड़े जाने तक इस जगह बंद रहेंगे स्कूल, कॉलेज, डीएम ने जारी किया आदेश

रहमानखेड़ा जंगल में अपर मुख्य वन संरक्षक लखनऊ मंडल, रेनू सिंह, ने जानकारी दी है कि "बाघ को पकड़ने के लिए एक नई रणनीति अपनाई जा रही है

यूपी में बाघ के पकड़े जाने तक इस जगह बंद रहेंगे स्कूल, कॉलेज, डीएम ने जारी किया आदेश
यूपी में बाघ के पकड़े जाने तक इस जगह बंद रहेंगे स्कूल, कॉलेज, डीएम ने जारी किया आदेश

उत्तर प्रदेश में स्थित रहमान खेड़ा क्षेत्र में घूम रहे बाघ के रेस्क्यू के लिए वन विभाग ने अपनी रणनीति में महत्वपूर्ण परिवर्तन किया है। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, प्रभावित क्षेत्र के सभी स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान बंद कर दिए गए हैं। इस ऑपरेशन की जिम्मेदारी अब बाराबंकी के डीएफओ आकाशदीप बधावन को सौंपी दी गई है, जो इस जटिल स्थिति को संभालने के लिए तैयार हैं। 

×
रेस्क्यू कार्य को और प्रभावी बनाने के लिए, बहराइच के कतर्नियाघाट वन्यजीव विहार से एक और विशेषज्ञ डॉक्टर को बुलाया गया है। इस टीम में शामिल विशेषज्ञ बाघ की सुरक्षा और रेस्क्यू प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने में मदद करेंगे। बृहस्पतिवार को इस ऑपरेशन की योजना बनाई गई थी, और अब वन विभाग पूरी तरह से तैयार है ताकि बाघ को सुरक्षित रूप से उसके प्राकृतिक आवास में वापस लाया जा सके।

यह भी पढ़ें: Privatisation of Electricity in UP: यूपी में प्राइवेट कंपनियों की भर्ती के विरोध में उतरे कर्मचारी, 76 हजार कर्मी हो जाएंगे बेरोजगार

डॉ सितांशु पांडेय (डीएफओ) ने जानकारी दी है कि वन विभाग के अनुरोध पर जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने बाघ प्रभावित क्षेत्रों में सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने का निर्देश दिया है। यह निर्णय सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है, और यह तब तक लागू रहेगा जब तक बाघ का रेस्क्यू नहीं किया जाता। 

यह भी पढ़ें: गोरखपुर से लखनऊ के बीच 160 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार से चलेंगी ट्रेन

बाघ के खतरे से प्रभावित क्षेत्रों में जैसे रहमानखेड़ा, सहिलामऊ, उलरापुर, मीठेनगर, दुगौली, कटौली, खालिसपुर, अमेठिया सलेमपुर, बहेलिया, रहमतगंज, मोहम्मद नगर तालुकेदारी, किठाई पारा फतेहनगर, धनेवा, कनार आदि में सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। यह निर्देश न केवल सरकारी और निजी स्कूलों पर लागू होगा, बल्कि कॉलेजों और कोचिंग संस्थानों पर भी प्रभाव डालेगा। डीएम ने निर्देश जारी किए हैं कि छात्रों की ऑनलाइन शिक्षा को प्राथमिकता दी जाए।

यह भी पढ़ें: योगी सरकार दे रही बिना ब्याज के इन लोगो को 5 लाख तक का लोन

रहमानखेड़ा में सीआईएसएच के बेहता नाला के समीप स्थित जंगल में गुरुवार को वन विभाग की टीम कॉम्बिंग कर रही थी। इसी दौरान, अचानक एक बाघ टीम के सामने से निकल गया। हालांकि, उसे ट्रैंकुलाइज करने में टीम सफल नहीं हो पाई। जानकारी के अनुसार, यह बाघ अब तक 14 शिकार कर चुका है, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। 

यह भी पढ़ें: यूपी के इस एयरपोर्ट पर हुआ तीन काम, सरकार ने मानी सभी शर्ते

इस बीच, हथिनी डायना और सुलोचना भी कॉम्बिंग अभियान में जुटी हुई हैं, लेकिन अभी तक उन्हें कोई खास सफलता नहीं मिली है। वन विभाग की टीम लगातार प्रयास कर रही है ताकि बाघ को सुरक्षित तरीके से पकड़कर इलाके में शांति स्थापित की जा सके।

यह भी पढ़ें: 4 घंटे में पूरा होगा गाजियाबाद से इस जिले का सफर, इन 9 जिलों को जोड़ेगा Expressway

गांवों के निवासियों को बाघ की गर्जना सुनाई दे रही है, जबकि वन विभाग की टीम इसे सुनने में असफल हो रही है। लखनऊ मंडल की अपर मुख्य वन संरक्षक रेनू सिंह और डीएफओ भी स्थिति का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंचीं। उन्होंने बताया कि बुधवार की सुबह बाघ ने एक पड़वा का शिकार किया था। रात के समय जब वह बचा हुआ मांस खाने आया, तब उसे संदेह हुआ और वह वापस जंगल की ओर लौट गया।

यह भी पढ़ें: यूपी के इस जिले में होगा 1.97 लाख करोड़ का निवेश, 40 हजार लोगो को मिलेगा रोजगार

विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम और वन विभाग की अन्य टीमें लगातार इस मामले पर नजर रख रही हैं। बाघ की गतिविधियों को लेकर स्थानीय लोगों में चिंता बढ़ती जा रही है, और वन विभाग इसे गंभीरता से ले रहा है। बाघ की तलाश के लिए चलाए जा रहे अभियान में सभी प्रयास किए जा रहे हैं ताकि इसे सुरक्षित तरीके से पकड़ा जा सके और इलाके में शांति स्थापित की जा सके। 

यह भी पढ़ें: 6 घंटे में यूपी के इस जिले से प्रयागराज की यात्रा करेंगे पूरी, इन जिलों की भी दूरी होगी कम

रहमानखेड़ा जंगल में अपर मुख्य वन संरक्षक लखनऊ मंडल, रेनू सिंह, ने जानकारी दी है कि "बाघ को पकड़ने के लिए एक नई रणनीति अपनाई जा रही है।" उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत गुरुवार को जेसीबी मशीन की मदद से जंगल में 15 फुट गहरा और 10 फुट लंबा गड्डा खोदा गया है। यह उपाय बाघ को सुरक्षित तरीके से पकड़ने के लिए किया जा रहा है, ताकि वन्यजीवों और स्थानीय निवासियों के बीच संतुलन बना रहे। 

बाघ को पकड़ने के लिए अब एक नई टीम का गठन किया गया है, जिसकी अगुवाई बाराबंकी के डीएफओ आकाशदीप बाधवन करेंगे। इस टीम में प्राणी उद्यान के 4 विशेषज्ञ डॉक्टर पहले से ही कार्यरत हैं। हाल ही में गुरुवार को बहराइच के कतर्नियाघाट वन्यजीव विहार से पांचवें विशेषज्ञ डॉक्टर दीपक के साथ मिलकर हाथियों की मदद से कॉम्बिंग ऑपरेशन प्रारंभ किया गया है। 

बाघ के पकड़ में न आने से 60 गांवों के निवासियों में गहरा आक्रोश उत्पन्न हो रहा है। ग्रामीण अब अपनी सुरक्षा के लिए मजबूरन घरों से बाहर निकलकर झुंड बनाकर चलने को विवश हो गए हैं। रात के समय जब भी कोई जरूरी काम होता है, तो वे मशालें जलाकर समूह में निकलते हैं। इस स्थिति ने बच्चों की पढ़ाई पर भी बुरा असर डाला है, जिससे उनकी शिक्षा पूरी तरह से प्रभावित हो गई है। इसके अलावा, खेतों में खड़ी फसलें भी बाघ के आतंक के चलते बर्बाद हो रही हैं, जिससे किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है। ग्रामीणों की सुरक्षा और उनकी आजीविका पर इसका गंभीर प्रभाव पड़ रहा है।

On

ताजा खबरें

Aaj Ka Rashifal 19 January 2025: सिंह, मिथुन, कुंभ, कन्या, कर्क, मीन,वृश्चिक, मकर, वृषभ, मेष, धनु, तुला का आज का राशिफल
6 घंटे में यूपी के इस जिले से प्रयागराज की यात्रा करेंगे पूरी, इन जिलों की भी दूरी होगी कम
Privatisation of Electricity in UP: यूपी में प्राइवेट कंपनियों की भर्ती के विरोध में उतरे कर्मचारी, 76 हजार कर्मी हो जाएंगे बेरोजगार
4 घंटे में पूरा होगा गाजियाबाद से इस जिले का सफर, इन 9 जिलों को जोड़ेगा Expressway
यूपी के इस जिले में होगा 1.97 लाख करोड़ का निवेश, 40 हजार लोगो को मिलेगा रोजगार
यूपी के इस एयरपोर्ट पर हुआ तीन काम, सरकार ने मानी सभी शर्ते
योगी सरकार दे रही बिना ब्याज के इन लोगो को 5 लाख तक का लोन
यूपी में बाघ के पकड़े जाने तक इस जगह बंद रहेंगे स्कूल, कॉलेज, डीएम ने जारी किया आदेश
गोरखपुर से लखनऊ के बीच 160 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार से चलेंगी ट्रेन
SBI या Post Office, जाने कहा मिल रहा सबसे ज्यादा ब्याज, इन चीजों को देख कर ही करें निवेश