यूपी के इस एयरपोर्ट पर हुआ तीन काम, सरकार ने मानी सभी शर्ते
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण और संचालन के लिए राज्य सरकार और विकासकर्ता कंपनी के मध्य 2021 में एक महत्वपूर्ण अनुबंध किया गया था
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन होने से पूर्व, उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी अनुबंध संबंधी शर्तों को पूर्ण कर लिया है। यह जानकारी एयरपोर्ट के विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड और राज्य सरकार के बीच हुए समझौते के संदर्भ में दी गई है।
अनुबंध के अनुसार, एयरपोर्ट के लिए आवश्यक बुनियादी सुविधाएं जैसे बिजली, पानी और सड़क कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जानी थी। इन सुविधाओं की उपलब्धता से एयरपोर्ट के सुचारू संचालन में मदद मिलेगी और यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकेंगी।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, तीनों सुविधाएं एयरपोर्ट में प्रवेश कर चुकी हैं। इस विकास कार्य के अंतर्गत परिसर के भीतर के ढांचे को विकसित करने की जिम्मेदारी संबंधित विकासकर्ता कंपनी को सौंपी गई है। उम्मीद की जा रही है कि इस परियोजना के पूरा होने से यात्रियों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी और यात्रा का अनुभव और भी सुगम होगा।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण और संचालन के लिए राज्य सरकार और विकासकर्ता कंपनी के मध्य 2021 में एक महत्वपूर्ण अनुबंध किया गया था। इस समझौते के अंतर्गत, राज्य सरकार ने एयरपोर्ट के लिए आवश्यक बिजली, पानी और यमुना एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी प्रदान करने का आश्वासन दिया था। अब ताजा जानकारी के अनुसार, इन तीनों ढांचागत सुविधाओं का कार्य एयरपोर्ट के उद्घाटन से लगभग तीन महीने पूर्व ही सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि परियोजना की प्रगति तेजी से हो रही है, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव मिल सकेगा।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का विकास 4 चरणों में किया जाएगा। जैसे-जैसे यात्रियों की संख्या में वृद्धि होगी, एयरपोर्ट के विस्तार का कार्य भी गति पकड़ेगा। प्रारंभिक चरण में, एयरपोर्ट की बिजली की आवश्यकता 19 मेगावाट के आसपास अनुमानित की गई है।
बिजली की आपूर्ति के लिए सेक्टर 32 में स्थित 400 केवी सब स्टेशन से एयरपोर्ट की बिजली की जरूरतों को पूर्ण किया गया है। इसके अलावा, किसी भी आपातकालीन स्थिति में, सेक्टर 18 में स्थित 220 केवी सब स्टेशन से भी एयरपोर्ट को बिजली की आपूर्ति की जाएगी, जिससे एयरपोर्ट की सुरक्षित संचालन की गारंटी बनी रहेगी।
नोएडा एयरपोर्ट की पानी की आवश्यकताओं को पूर्ण करने के लिए यमुना नदी के किनारे नए रेनीवेल निर्मित किए गए हैं। इन रेनीवेल में से एक, जिसकी क्षमता 4 एमएलडी है, का निर्माण पूरा होने के बाद पानी की आपूर्ति शुरू कर दी गई है। इसके अलावा, 1 और 4 एमएलडी क्षमता का रेनीवेल बनाने का कार्य शीघ्र ही प्रारंभ होने वाला है। इस परियोजना के तहत रेनीवेल और पाइपलाइन के निर्माण पर कुल 12.69 करोड़ रुपये का खर्च आया है।