UP: इस जिले में बाटे जाएंगे करोड़ों रुपए, जल्द शुरू होगा रिंग रोड का काम

उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में स्थित बरेली में रिंग रोड को निर्मित कराने की तैयारियां जारी हैं. बरेली को ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने और बाहरी भारी वाहनों को शहर से बाहर ही रोकने के लिए इस रिंग रोड को बनाया जा रहा है. इसका रूट राष्ट्रीय राजमार्ग-530बी पर धंतिया गांव से शुरू होकर इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी के पास तक जाएगा. इसके निर्मित होने से शहर के अंदर आने वाली वाहनों की भीड़ कम होगी और सफर सुगम हो जाएगा.
इस योजना के लिए ज़मीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है. किसानों को उनके खेतों के बदले मुआवजा दिया जा रहा है. अब तक कई किसानों को भुगतान हो चुका है और बाकी को जल्द ही दिया जाएगा. निर्माण एजेंसी ने ज़मीन का कब्जा लेकर मिट्टी की जांच और तकनीकी तैयारियां शुरू कर दी हैं, जिससे काम बिना रुकावट के किया जा सके.
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इस कार्य के लिए मई 2025 में एक निजी कंपनी के साथ अनुबंध किया था. नियमों के अनुसार, 6 महीने में कंपनी को ज़मीन सौंपनी होगी. अगर ज़मीन देने में देर होती है, तो प्रोजेक्ट में भी देरी हो सकती है. एनएचएआई के परियोजना निदेशक सौरभ चौरसिया भूमि अधिकारी से लगातार संपर्क में हैं, जिससे मुआवजा वितरण तेज़ी से हो और निर्माण समय पर शुरू हो सके.
वहीं दूसरी ओर, बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) भी ज़मीन के अधिग्रहण को लेकर सक्रिय हो गया है. बिहारमान नगला में एक ज़मीन पर पहले एक व्यक्ति का कब्जा था, जिसे प्रशासन की मदद से हटाकर ज़मीन अपने कब्जे में ली गई. बीडीए के संयुक्त सचिव दीपक कुमार मौके पर उपस्थित थे और उन्होंने बताया कि जिस ज़मीन पर कार्रवाई हुई, उसका एक हिस्सा सीलिंग कानून के अंतर्गत अधिशेष घोषित किया गया था.
15 सितंबर से रिंग रोड को निर्मित कराने का कार्य शुरू होने की योजना है. परियोजना की कुल लागत 2117.07 करोड़ रुपये है. सड़क की लंबाई 29.92 किलोमीटर होगी और इसमें 4 लेन की रोड पर 6 लेन के पुल और अंडरपास का निर्माण किया जाएगा. अब तक 250 करोड़ रुपये का मुआवजा बांटा जा चुका है और जुलाई-अगस्त में 500 करोड़ रुपये और देने की तैयारी है. यदि ज़मीन समय से मिल गई, तो निर्माण कार्य सितंबर 2027 तक पुर्ण कर लिया जा सकता है.