यूपी के इस जिले में दुकानों पर छापेमारी, लाखों का पान मसाला सीज
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मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए खाद्य संरक्षण एवं औषधि प्रशासन की टीम ने जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में एक दर्जन से अधिक दुकानों पर छापा मारा। इस दौरान मिलावट के संदेह में किशमिश, सिंघाड़े का आटा, रिफाइंड तेल, देशी घी, रामदाना, लाल मिर्च पाउडर समेत 10 खाद्य सामग्रियों के नमूने लिए।
परीक्षण के लिए भेजे गए सभी सैंपल, फेल हुए तो होगी कार्रवाई
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने मारा छापा
टीम के पहुंचने की खबर मिलते ही दूसरे दुकानदार अपनी दुकानें बंद करके मौके से खिसक लिए। जिला खाद्य विभाग की टीम ने शहर के विभिन्न खाद्य प्रतिष्ठानों पर छापामार कार्रवाई करते हुए खाद्य पदार्थों के नमूने लिए हैं। जिन्हें टीम ने जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया है। जिसके तहत खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा मिष्ठान निर्माता एवं विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों का सघन निरीक्षण किया जा रहा है। इसी कड़ी में चौक घंटाघर के दूसरे प्रतिष्ठान आर्या ट्रेडर्स का निरीक्षण करते हुए 5,80,000 रुपये के कमला पसंद के 4000 बड़े पैकेट, 70,000 रुपये के कमला पसंद के 500 छोटे पैकेट, 60,000 रुपये के राजश्री गोल्ड के 500 पैकेट, 40,000 रुपये के राजश्री प्रीमियम के 400 पैकेट कुल 7,50,000 रुपये की सामग्री सीज की गई। इस फर्म से कमला पसंद व राजश्री पान मसाले के नमूने भी संग्रहित किए गए। टीम में मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी प्रवीण त्रिपाठी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी अजय कुमार सोनी व सुमित चौधरी शामिल थीं। एफडीए की टीम ने अकब बजाजा, चौक में वैशाली ट्रेडर्स पर एक्सपायरी डेट के 8400 रुपये मूल्य के 30 पैकेट सिग्नेचर गुटखा, 3920 रुपये के 14 डिब्बे व 8000 रुपये के 40 पैकेट गोमती पान मसाला, 1100 रुपये के 11 डिब्बे को नष्ट कराया। इस तरह कुल 21,420 रुपये के पान मसाला का नष्ट कराया गया। साथ ही रजनीगंधा के 10,640 रुपये के 38 डिब्बा, 6900 रुपये के 23 डिब्बा पान बहार कुल 17,540 रुपये के पान मसाले को सीज किया। रजनीगंधा और पान बहार मसाले का नमूना भी संग्रहित किया गया।