गोरखपुर लखनऊ हाईवे पे अब नहीं चलेंगी पेट्रोल, डीजल गाड़िया ! इन गाड़ियों को भेजा जाएगा स्क्रैप सेंटर
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उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव परिवहन एल वेंकटेश्वर लू ने कहा है कि अयोध्या से जुड़ने वाले चार हाईवे अब ग्रीन रूट के रूप में विकसित किए जाएंगे। इन हाईवे से प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ और गोरखपुर जैसे शहरों के लिए सार्वजनिक परिवहन को सुधारने के लिए केवल इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग होगा। इस पहल के तहत, डीजल, पेट्रोल वाहनों को इस रूट पे बंद करवा दिया जाएगा और 500 करोड़ रुपये की लागत से 120 नई इलेक्ट्रिक बसों को खरीदा जाएगा, ऐसा इसीलिए क्योंकि इलेक्ट्रिक वाहनों से प्रदूषणमुक्त वातावरण रहेगा। अनुबंध की नीति के अनुसार, और भी 5000 इलेक्ट्रिक वाहनों को निर्देश किया जाएगा।
प्रमुख सचिव ने संवाददाताओं को बताया कि परिवहन निगम ने पहले से ही 100 इलेक्ट्रिक बसों की ख़रीद लिया है। सर्वप्रथम, ग्रीन रूट से ट्रैवल करने वाले यात्रियों के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रबंध करवाया जाएगा और डीजल वाहनों को बंद करवा दिया जाएगा। अनुबंध के तहत, इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्देश के हेतु बेहतर रूट और बस स्टेशन उपलब्ध कराए जाएंगे। इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीनें भी इस सुविधा को और अधिक सुविधाजनक बनाने में मदद करेंगी।
प्रदेश के मुख्य सचिव की माने तो, यहाँ 13,000 यात्री और 12,000 स्कूल बसों में विभिन्न प्रकार की खामियां सामने आई हैं। इन सभी खामियों का विवरण वाहन पोर्टल पर उपलब्ध है। मुख्य सचिव मनोज सिंह ने जिला प्रशासन और पुलिस विभाग को इन जिलेवार विवरणों के साथ कार्रवाई करने को कहा हैं। इसके बाद, अवैध वाहनों को साक्ष्य के साथ वैध श्रेणी में लाने की कार्रवाई की जाएगी, अन्यथा उन्हें स्क्रैप सेंटर में भेज दिया जाएगा। किसी भी प्रकार के अवैध वाहनों को सड़क पर चलने नहीं दिया जाएगा।