गर्मी से यूपी में लोग परेशान, इन जिलों में गिरे ओले

उत्तर प्रदेश: सोमवार को मौसम का मिजाज एकदम अलग-अलग देखने को मिला. एक तरफ तेज गर्मी ने कई जिलों को झुलसा डाला, तो दूसरी ओर कुछ इलाकों में आंधी, बारिश और ओले गिरने से हड़कंप मच गया.
प्रदेश के कई शहर सोमवार को प्रचंड गर्मी की चपेट में रहे. कानपुर, हमीरपुर और झांसी में पारा 42 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया, जो इस सीजन का अब तक का सबसे गर्म दिन साबित हुआ. वहीं लखनऊ, प्रयागराज, आगरा, वाराणसी, महोबा, चित्रकूट, फतेहपुर, रायबरेली और बांदा जैसे 9 शहरों में भी तापमान 40 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया. राजधानी लखनऊ में दोपहर 2:30 बजे तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। हीट वेव के कारण लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया.
वहीं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में मौसम ने अचानक करवट ली. सोमवार दोपहर अचानक तेज आंधी और मूसलधार बारिश के साथ ओलावृष्टि शुरू हो गई. जमकर गिरे ओलों ने जमीन पर करीब 3 इंच मोटी सफेद चादर बिछा दी. कई इलाकों में ओलों की इतनी तीव्रता थी कि बिजली के खंभे और पेड़ उखड़ गए. कई घरों की टीन की छतें क्षतिग्रस्त हो गईं. शहर और ग्रामीण इलाकों में घंटों बिजली आपूर्ति बाधित रही. सबसे ज्यादा नुकसान खेतों में खड़ी गेहूं और गन्ने की फसलों को हुआ, जो तेज ओलावृष्टि और बारिश से पूरी तरह बर्बाद हो गईं.
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तेज गर्मी की वजह से प्रशासन को भी स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव करना पड़ा. आगरा और महोबा जिलों में जिलाधिकारी के आदेश पर कक्षा 8 तक के सभी स्कूलों में छुट्टी का समय बदलकर दोपहर 12 बजे कर दिया गया है, ताकि बच्चों को दोपहर की तेज धूप से बचाया जा सके.
बुलंदशहर के बीसा कॉलोनी में गर्मी और ट्रांसफार्मर पर लोड बढ़ने से एक 100 केवीए का ट्रांसफॉर्मर धधक उठा. आग इतनी तेज थी कि फायर ब्रिगेड की टीम को मौके पर पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. समय रहते आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन स्थानीय लोगों में भय का माहौल देखने को मिला.
वाराणसी में भी लू ने आम जनजीवन को परेशान कर रखा है. सोमवार को जापान से आए एक पर्यटक की तबीयत कड़ी धूप की वजह से अचानक बिगड़ गई. ताकिया नामक पर्यटक तेज धूप में घूमते वक्त बेहोश होकर गिर पड़ा. स्थानीय लोगों ने तत्काल उसे उठाकर मारवाड़ी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद उसे मंडलीय अस्पताल रेफर कर दिया.
मौसम विभाग ने आने वाले दो दिनों के लिए चेतावनी जारी की है. विभाग का कहना है कि हीट वेव का असर बुंदेलखंड और पूर्वांचल के अधिकतर जिलों में दिखाई देगा. तापमान में और बढ़ोतरी की संभावना है. लोगों को दिन के समय बाहर निकलने से बचने, खूब पानी पीने और ढीले, सूती कपड़े पहनने की सलाह दी गई है.
संभावित असर और तैयारी:
- किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसलों को बारिश और ओलावृष्टि से बचाने के लिए उपाय करें.
- शिक्षा विभाग ने कई जिलों में स्कूलों के समय में लचीलापन बरतने का फैसला किया है.
- स्वास्थ्य विभाग ने भी अस्पतालों को हीट स्ट्रोक और धूप से जुड़ी बीमारियों के मरीजों के लिए तैयार रहने को कहा है.
- बिजली विभाग ने गर्मी के कारण बढ़ते लोड को लेकर अतिरिक्त सावधानी बरतने और तकनीकी स्टाफ को अलर्ट मोड पर रखा है.
उत्तर प्रदेश में इस तरह का मौसम बदलाव न सिर्फ असहज करने वाला है, बल्कि इससे जन-धन का नुकसान भी हो रहा है. किसानों की मेहनत पर पानी फिरना और आम लोगों का जीवन प्रभावित होना, आने वाले समय में राज्य के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है.