यूपी में अब नहीं भरना पड़ेगा चालान! खुद बैंक से कट जाएगा चालान
-(1).png)
उत्तर प्रदेश सरकार ने परिवहन विभाग के माध्यम से सड़क सुरक्षा और नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. हाल ही में यह खबर आई है कि यूपी में चालान प्रणाली में बड़े बदलाव होने जा रहे हैं. इन बदलावों का उद्देश्य ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों को सख्ती से दंडित करना और सड़क दुर्घटनाओं को कम करना है.
यूपी में चालान को लेकर बड़े बदलाव
परिवहन विभाग ने चालान राशि में वृद्धि का प्रस्ताव रखा है. इससे पहले कई चालान जैसे सिग्नल तोड़ने, गलत दिशा में चलने सीट बेल्ट न पहनने आदि के लिए चालान कम राशि में होते थे. लेकिन अब इनकी राशि को बढ़ाया जाएगा. यह कदम उन लोगों को सख्त संदेश देने के लिए उठाया जा रहा है जो नियमों का उल्लंघन करते हैं. पीओएस मशीनों का परिवहन विभाग में बेहतर तरीके से इस्तेमाल हो, इसके लिए एनआइसी इसका परीक्षण करा रहा है. अपर परिवहन आयुक्त आइटी सुनीता वर्मा ने बताया कि सभी प्रवर्तन अधिकारियों पीटीओ, एआरटीओ, आरटीओ को यह सुविधा मिलेगी.
परिवहन विभाग के अधिकारी कहते हैं कि पीओएस मशीन से बनाए गए चालान पर वाहन चालक को डेबिट, क्रेडिट कार्ड से भी जुर्माना जमा कराने की सुविधा मिलेगी. आगे यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआइ) से भी कनेक्ट किया जाएगा. अब जुर्माना जमा करने के लिए वाहन स्वामियों को कार्यालय या ऑनलाइन जमा करने के लिए जनसुविधा केंद्रों पर जाना नहीं होगा. पीओएस मशीनों के जरिये चालान प्रक्रिया पेपरलेस होगी, वहीं प्रक्रिया ऑनलाइन होने से चालान भरने की जरूरत नहीं पड़ेगी. साथ ही हर चालान की नियमित जानकारी रियल टाइम विभाग को मिल सकेगी. मशीन से बनाए गए चालान के क्रमांक नंबर देखकर वाहन मालिक अपने घर बैठे भी चालान राशि जमा करा सकते हैं.
चालान की राशि में वृद्धि
परिवहन विभाग ने प्रदेशभर के सभी 270 से अधिक आरटीओ प्रवर्तन, एआरटीओ प्रवर्तन और यात्री कर अधिकारियों को पीओएस मशीनें दे रहा है। इसके माध्यम से वाहन स्वामी मौके पर ही चालान जमा कर सकेगा। स्टेट बैंक आफ इंडिया से विभाग का इस संबंध में करार हुआ. वाहन स्वामी को नकद धनराशि नहीं देनी होगी, बल्कि बैंक खाते से धन जमा कराया जाएगा. इससे चालान वसूलने के साथ ही भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगेगा. सड़क का कानून तोड़ने वाले ऐसे हजारों वाहन हैं, जिनका नियम तोड़ने पर चालान हुआ, लेकिन वे बेरोकटोक दौड़ रहे हैं. अब इस पर अंकुश लग सकेगा.
परिवहन अधिकारियों को पीओएस यानी प्वाइंट ऑफ सेल मशीनें मुहैया कराई जा रही हैं, ताकि चौराहों व अन्य मार्गों पर वाहनों का चालान करते ही तत्काल धन जमा कराया जा सके. ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों पर अब कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उदाहरण के तौर पर बिना हेलमेट या सीट बेल्ट के यात्रा करने वालों पर कड़ा जुर्माना लगाया जाएगा. इसके अलावा शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर भी सख्त दंड और लाइसेंस निलंबन की व्यवस्था की जा सकती है. इन कड़े नियमों का उद्देश्य लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करना और दुर्घटनाओं को कम करना है.