यूपी में परिवहन निगम में हजार से ज्यादा पदों पर होगी भर्ती
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उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में बेरोजगारों के लिए एक नई आशा जगाई है. परिवहन निगम में 1165 कंडक्टरों की भर्ती के आदेश जारी करते हुए सरकार ने यह स्पष्ट किया कि ये सभी भर्तियां मृतक आश्रित कोटे से की जाएंगी.
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है. राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) में 1165 नए कंडक्टरों की नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए हैं. यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब राज्य में परिवहन सेवाओं का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है. अपर प्रबंध निदेशक राम सिंह वर्मा द्वारा 1 मई को जारी इस आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि यह भर्ती प्रक्रिया मृतक आश्रित कोटे के अंतर्गत की जाएगी, जिससे उन परिवारों को राहत मिलेगी जिन्होंने अपनों को खोया है. महाकुंभ की तैयारी और बढ़ती सवारी मांग को ध्यान में रखते हुए सरकार ने हाल ही में 4000 से ज्यादा नई बसों को सड़कों पर उतारा है. वहीं, पहले से मौजूद जर्जर बसों को हटा दिया गया है.
पहले जहां UPSRTC के पास करीब 9000 बसें थीं, अब यह संख्या 12,000 से ऊपर पहुंच चुकी है. लेकिन वाहन बढ़ने के साथ-साथ चालकों और परिचालकों की भारी कमी सामने आई है. खासकर सेवानिवृत्त कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि ने इस कमी को और गंभीर बना दिया है. भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने कई नियम निर्धारित किए हैं. किसी भी विवादित, न्यायालयीन मामलों से जुड़े व्यक्ति को भर्ती नहीं किया जाएगा. उम्मीदवारों के दस्तावेजों की प्रमाणिकता की जांच, पुलिस वेरिफिकेशन, शारीरिक योग्यता परीक्षण, शैक्षणिक योग्यता और आयु सीमा जैसी बातों को गंभीरता से परखा जाएगा. इसके साथ ही मृतक आश्रित होने का वैध हलफनामा अनिवार्य होगा. जो व्यक्ति पहले से ही किसी पद पर कार्यरत हैं, उनके आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे. यह पहल केवल नौकरी देने का जरिया नहीं है, बल्कि राज्य सरकार की सामाजिक जिम्मेदारी का परिचायक भी है. यह उन परिवारों के लिए संबल बन सकती है जिनके जीवन में एक कमाने वाला सदस्य नहीं रहा. इस भर्ती के माध्यम से योगी सरकार न केवल परिवहन सेवाओं को मजबूत करने जा रही है, बल्कि सामाजिक न्याय और संवेदनशीलता की मिसाल भी पेश कर रही है.