क्या वाकई वैभव सूर्यवंशी सिर्फ 14 साल के हैं? जानें कैसे TW3 टेस्ट से सामने आएगा सच!

वैभव सूर्यवंशी—एक ऐसा नाम जो इन दिनों भारतीय क्रिकेट जगत में चर्चा का केंद्र बना हुआ है। 14 साल की उम्र में उन्होंने जो कमाल किया है, वो बहुत से अनुभवी खिलाड़ियों के लिए भी सपना होता है। सबसे कम उम्र में शतक ठोकने वाले खिलाड़ी के रूप में रिकॉर्ड बुक में उनका नाम दर्ज हो चुका है। लेकिन जैसे ही यह रिकॉर्ड बना, सोशल मीडिया से लेकर क्रिकेट पंडितों तक, एक सवाल ने जोर पकड़ लिया—क्या वाकई वैभव सिर्फ 14 साल के हैं?
उम्र पर उठे सवाल: सोशल मीडिया से शुरू हुआ विवाद
वैभव की उम्र को लेकर विवाद तब और गहराया जब एक पुराना वीडियो वायरल हुआ। उस इंटरव्यू में वैभव खुद कहते नजर आ रहे हैं कि वे सितंबर 2023 में 14 साल के हो जाएंगे। इसका मतलब यह हुआ कि उनका जन्म सितंबर 2009 में हुआ। लेकिन आईपीएल के रिकॉर्ड के मुताबिक, वैभव का जन्म 27 मार्च 2011 को बताया गया है। यानी कि दो साल का अंतर! यही फासला इस विवाद की जड़ बन गया है।
मशहूर स्टैट्समैन मोहनदास मैनन ने भी इस इंटरव्यू को साझा करते हुए सवाल उठाया कि अगर खुद वैभव ने 2009 का जन्म बताया है, तो फिर 2011 की डेट कैसे सही मानी जाए? क्या यह उम्र में फर्जीवाड़ा है या फिर सिर्फ एक बयान में हुई चूक?
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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) उम्र संबंधी फर्जीवाड़े को बहुत गंभीरता से लेता है। यह कोई पहला मामला नहीं है जब किसी खिलाड़ी की उम्र पर सवाल उठा हो। इससे पहले 2019 में जम्मू-कश्मीर के रसिक सलाम डार को उम्र में गड़बड़ी के चलते 2 साल का प्रतिबंध झेलना पड़ा था। ऐसे मामलों में BCCI एक वैज्ञानिक प्रक्रिया का सहारा लेता है जिसे कहा जाता है TW3 टेस्ट।
TW3 टेस्ट क्या है और कैसे करता है उम्र का निर्धारण?
TW3 का मतलब होता है Tanner-Whitehouse 3। यह एक वैज्ञानिक तरीका है जिसमें खिलाड़ी की हड्डियों की परिपक्वता यानी कि मच्योरिटी की जांच की जाती है। इस टेस्ट के तहत बाएं हाथ और कलाई का एक्स-रे किया जाता है। एक्स-रे में 20 प्रमुख हड्डियों को देखा जाता है, जो उम्र के साथ धीरे-धीरे जुड़ती जाती हैं।
TW3 टेस्ट का उद्देश्य होता है यह पता लगाना कि शरीर की ग्रोथ किस स्टेज पर है। ज्यादातर मामलों में यह टेस्ट 1 से 2 साल तक की सटीकता से असली उम्र का अनुमान लगा सकता है। चूंकि दाएं हाथ से लोग अधिकतर काम करते हैं, इसलिए बाएं हाथ का इस्तेमाल अधिक निष्पक्ष मान्यता के लिए किया जाता है।
इस टेस्ट की लागत लगभग ₹2400 होती है और इसका रिजल्ट 3–4 दिन में आ जाता है। राज्य क्रिकेट संघ BCCI के पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में यह टेस्ट करवाते हैं और फिर एक्सपर्ट्स की राय के आधार पर उम्र का फाइनल निर्धारण होता है।
क्या वैभव को भी TW3 टेस्ट से गुजरना पड़ेगा?
अगर विवाद यूं ही बढ़ता रहा, और खासकर तब जब वैभव को भारत की राष्ट्रीय टीम में जगह मिलने लगेगी, तब यह ज़रूरी हो जाएगा कि BCCI उनकी उम्र की पुष्टि करे। ऐसे में TW3 टेस्ट का सहारा लिया जा सकता है। इससे यह तय हो जाएगा कि जो उम्र दस्तावेजों में दर्ज है, वही सही है या फिर सच कुछ और है।
हालांकि, वैभव के पिता का दावा है कि उनके बेटे ने क्लब और स्टेट लेवल पर खेलने से पहले सभी जरूरी परीक्षण पास किए हैं। उन्होंने कहा कि तब भी उम्र का प्रमाण लिया गया था, और सब कुछ वैध था।
भविष्य क्या कहता है?
टैलेंट की बात की जाए तो वैभव में भरपूर क्षमता है। जिस तरह से वे प्रदर्शन कर रहे हैं, वह उन्हें भारतीय टीम के भविष्य का सितारा बना सकता है। लेकिन उम्र पर संदेह बना रहेगा, जब तक कि BCCI खुद इस पर अंतिम मुहर नहीं लगा देता। यह साफ है कि अगर TW3 टेस्ट कराया गया, तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
क्रिकेट जैसे खेल में जहां उम्र के अनुसार वर्गीकरण होता है—अंडर-14, अंडर-16, अंडर-19 आदि—वहां एक साल का अंतर भी बहुत मायने रखता है। इसलिए यह जरूरी है कि खिलाड़ी की उम्र की जानकारी बिलकुल सटीक हो।
वैभव सूर्यवंशी का क्रिकेटिंग सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन विवादों की आहट भी उनके साथ चल पड़ी है। उम्र से जुड़ी सच्चाई सामने आनी चाहिए, और इसके लिए BCCI के पास वैज्ञानिक और प्रमाणिक तरीका मौजूद है। जब TW3 टेस्ट की रिपोर्ट आएगी, तभी सब कुछ साफ होगा।