यूपी के लिये चलेंगी 70 से ज्यादे ट्रेनें, यात्रियों को होगी सुविधा
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केंद्र सरकार की अध्यक्षता में स्टेशन योजना की शुरुआत हो चुकी है रेलवे स्टेशनों का पुनर्निर्माण की भूमिका बनाई गई है इसमें रेलवे, बस, मेट्रो और डिजिटल तकनीकी लॉजिस्टिक सुविधाओं के एकीकृत नेटवर्क के रूप में सुविधा और दक्षता मुहिया करवाएगी.
राजधानी दिल्ली में रेलवे के विकास में सरकार का मुख्य लक्ष्य
राजधानी नई दिल्ली में बीते कुछ साल पहले दिसंबर माह में इस परियोजना को स्पेशल रेलवे प्रोजेक्ट घोषित किया गया था. लेकिन अब इस प्रोजेक्ट पर सरकार का मुख्य केंद्र बन चुका है आपको बता दे नई दिल्ली स्टेशन के तर्ज पर विकसित किए जाने वाले बोड़की स्टेशन प्लेटफार्म बनने का वादा किया गया है दिल्ली हावड़ा रेल रूट मार्ग पर स्थित रेलवे स्टेशन से यूपी बिहार और बंगाल वाली 70 फ़ीसदी ट्रेन रूट पर रफ्तार लेंगी इसमें लगभग लगभग सरकार द्वारा सहमति दर्ज की गई है
रेल मंत्रालय कॉरिडोर कारपोरेशन की टीम में हाल के दिनों में सर्वे का कार्य किया था बोड़ाकी गांव के पास 358 एकड़ की अधिकृत जमीन मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट प्रस्तावित करने का निर्णय लिया जा चुका है. इस चारदीवारी पर बनने का कार्य और खुदाई का काम शुरू हो चुका है. इसमें खास बात यह है काम करने वालों की रफ्तार पकड़ने की उम्मीद बनाई गई है जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में हो रहा है. सरकार ने उच्च गति जैसी वाली ट्रेनिंग की शुरुआत करने जा रही है जो यात्रियों को सुरक्षित और तेज यात्रा का अनुभव दिलाने में काफी कारगर साबित होगा रेलवे सुरक्षा को बढ़ाने के लिए कवच जैसी एंटी कोलिजन तकनीक को लागू किया गया है.
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रेलवे यात्री और बुनियादी ढांचों का व्यापक विस्तार
विभाग के अधिकारियों के जानकारी के अनुसार यहां का पूरा काम मास्टर प्लान तैयार कर विकास की स्थिति जारी की जाएगी ग्रेनो प्राधिकरण एसीईओ और आईआईटीजीएनएल निदेशक लक्ष्मी वीएस ने बताया इन विकास कार्यों का निर्माण अब दिल्ली ही नहीं देश और विदेश का भी नजरिया टिकेगा इस विकास का पूरा नक्शा मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब अंतरराष्ट्रीय स्तर का होगा. आगे उन्होंने बताया रेलवे के विकास से न केवल यात्रियों को सुविधा का लाभ मिलेगा
बल्कि रोजगार और आर्थिक व्यवस्था को नई इतिहास लिखने का मौका मिलेगा पिछले कई वर्षों से भारतीय रेलवे ने अधिक नौकरियों का सृजन किया और उन्हें आत्मनिर्भर बनाया और वर्तमान में कई पदों पर नियुक्तियां प्रक्रिया चल रही है. इस विकास में पूरा खर्च 1625 करोड़ से ज्यादा तय किया गया है. इस परियोजना में सरकार का सपना है 2 से 3 साल निर्धारित किया गया है कि मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब में लोगों को एक ही जगह पर ट्रेन, मेट्रो और बस की तमाम सुविधाएं एक ही स्थान पर मिले. मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब होने से कोच मेंटेनेंस यार्ड, जल शोधन संयंत्र, सीवेज शोधन संयंत्र उन तमाम सुविधाओं से विकसित की जाएगी.