यूपी में इन रूट पर शुरू होंगी कई पैसेंजर ट्रेन
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उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर से फर्रुखाबाद और बिल्हौर के बीच सफर करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। राज्य सरकार और रेल मंत्रालय ने इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिससे इन इलाकों के बीच यात्रा को आसान और समयबद्ध बनाया जा सकेगा। इस नई पहल से यात्रियों को न केवल सुविधा मिलेगी, बल्कि सफर की समयावधि भी कम हो जाएगी।
चलाई जाएंगी कई पैसेंजर ट्रेनें, नई रेल लाइन और ट्रेनों की शुरुआत
कानपुर से फर्रुखाबाद और बिल्हौर तक सफर को सुगम बनाने के लिए नई रेल लाइनों का निर्माण किया जाएगा और नई ट्रेनों का संचालन शुरू किया जाएगा। इससे इन इलाकों के बीच यात्रा की दूरी कम हो जाएगी और अधिक यात्रियों को रेलवे की सुविधाएं मिलेंगी। कानपुर से बिल्हौर और फर्रुखाबाद तक का सफर अब पहले से कहीं ज्यादा तेज और सुविधाजनक होगा। इस योजना के तहत रेलवे की संरचना को बेहतर किया जाएगा और ट्रेनों की आवृत्ति भी बढ़ाई जाएगी। रेलवे के पुराने गंगापुल पर एच-बीम स्लीपर डालने के काम को लेकर मेगा ब्लाक के कारण निरस्त 21 मेमू-पैंसेजर व इंटरसिटी के साथ 172 ट्रेनों के कारण परेशान दैनिक यात्रियों को रेलवे ने राहत दी है। रविवार सुबह 7रू20 बजे से अनवरगंज से कासगंज के लिए पैसेंजर ट्रेन चलाई जाएगी। इससे अनवरगंज वाया बिल्हौर, कन्नौज व फर्रुखाबाद के यात्रियों को लाभ मिलेगा। मंडल में बीते साल में 3688 चेन पुलिंग के मामले दर्ज किए गए। इटावा जंक्शन में 283 मामले सामने आए। इनमें 286 यात्रियों को गिरफ्तार कर 1.07 लाख रुपये जुर्माना लगाया गया। फतेहपुर स्टेशन में 219 मामलों में सभी यात्रियों को गिरफ्तार कर 1.23 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया। उन्होंने बताया कि यात्रियों से बिना वजह चेन पुलिंग नहीं करने की अपील की गई है। बिना वजह चेन खींचकर ट्रेन रोकने वालों के विरुद्ध रेलवे ने कड़ा रुख अपनाया है। अप्रैल 2024 से फरवरी 2025 के बीच सेंट्रल स्टेशन में चेन पुलिंग कर ट्रेन रोकने वालों से 2.84 लाख रुपये जुर्माना वसूल किया। 490 लोगों की गिरफ्तारी की गई।
कानपुर से फर्रुखाबाद और बिल्हौर के लिए सफर होगा आसान
दैनिक यात्रियों की सेंट्रल से गुजरने वाली हर ट्रेन में भीड़ दिख रही है। चढ़ने-उतरने में मारामारी के हालात रहते हैं। तमाम दैनिक यात्रियों ने रोडवेज बसों की एमएसटी बनवा ली है। आवाजाही के लिए छोटे कारोबारियों ने भी बसों की ओर रुख किया है। झकरकटी बस अड्डे में भीड़ दिख रही है। रोडवेज ने 164 बसें लखनऊ के लिए चला रखी हैं। लखनऊ जंक्शन से कासगंज के बीच चलने वाली इस ट्रेन से उन्नाव व शुक्लागंज के यात्री भी अनवरगंज आकर यात्रा कर सकेंगे। इसी तरह कासगंज से आने वाले अनवरगंज में उतरकर शुक्लागंज व सेंट्रल से लखनऊ जा सकेंगे। इसी तरह उधर से उपरोक्त स्टेशनों से होते हुए अनवरगंज पहुंचेगी। इससे पहले शुक्रवार को कानपुर सेंट्रल से लखनऊ के लिए मेमू चलाई जा चुकी है। चित्रकूट एक्सप्रेस से भी यात्री जा रहे हैं। गंगा घाट रेलवे स्टेशन से प्रतापगढ़ इंटरसिटी व ऊंचाहार एक्सप्रेस चल रही है। सेंट्रल से झांसी के लिए भी विशेष ट्रेन इंटरसिटी रद होने की समस्या को दूर कर रही है। कानपुर सेंट्रल के वरिष्ठ स्टेशन अधीक्षक अवधेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि लखनऊ-कासगंज पैसेंजर को अनवरगंज रेलवे स्टेशन से चलाया जाएगा। ट्रेन यहां से 7ः20 बजे सुबह चलकर रावतपुर, कल्याणपुर, मंधना, चौबेपुर, बर्राजपुर, उत्तरीपूरा, धौरसलार, बिल्हौर, बकोठी खास, अरौल मकनपुर, मानीमऊ, कन्नौज, कन्नौज सिटी होते हुए कमलागंज, फतेहगढ़ व फर्रुखाबाद के रास्ते 3ः20 बजे कासगंज जंक्शन पहुंचेगी। इस रेलवे परियोजना से न केवल यात्रा के समय में कमी आएगी, बल्कि यह क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास को भी गति देगा। नए रेल कनेक्शनों से व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय उद्योगों को फायदा होगा। साथ ही इन क्षेत्रों में पर्यटकों की संख्या भी बढ़ने की संभावना है, जिससे पर्यटन उद्योग को भी बल मिलेगा। इसके अलावा इस रेलवे कनेक्टिविटी के कारण रोज़गार के अवसर भी पैदा होंगेए क्योंकि इससे इलाके में नई ट्रेनों के संचालन और स्टेशन निर्माण से जुड़े कार्यों में लोगों को रोजगार मिलेगा।