यूपी के इस जिले में हर पेड़ पर लिखा जाएगा बच्चे का नाम, पौधरोपण को मिला नया रूप

उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में हरियाली बढ़ाने और पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह लगातार सक्रियता से कार्य कर रहे हैं. बुधवार को वह भावलखेड़ा के तुर्कीखेड़ा गाँव में बने सहजन वन का निरीक्षण करने पहुंचे. उन्होंने वहां चल रहे पौधरोपण कार्यों और देखभाल की प्रक्रिया का जांच किया.
ग्रामीणों ने भी की भागीदारी
डीएम ने देखा कि गाँव की महिलाएं और पुरुष मिलकर सहजन के पेड़ों को पानी दे रहे थे. पतले पौधों को बांस की डंडियों से सहारा भी दिया जा रहा था. डीएम ने इस मेहनत की सराहना की और संतोष जताया कि लोग पेड़ों की देखभाल कर रहे हैं.
पौधों की देखरेख पर विशेष ध्यान
डीएम ने अधिकारियों को आदेश दिए कि सभी पौधों की गिनती की जाए और जिन जगहों पर पेड़ नहीं टिक पाए हैं, वहां नए पौधे लगाए जाएं. पेड़ों की नियमित देखभाल सुनिश्चित करने को कहा गया है.
बांस का बग़ीचा और पर्यटन स्थल
डीएम ने बताया कि सहजन वन के पास 10 एकड़ भूमि में एक बांबू गार्डन निर्मित किया जाएगा. इसमें झोपड़ियाँ, खाने-पीने की व्यवस्था और अन्य सुविधाएँ होंगी, जिससे यह जगह एक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित हो सके.
डीएम ने जानकारी दी कि पीपल, बरगद और पाकड़ जैसे विलुप्त हो रहे वृक्षों को बचाने का संकल्प लिया गया है. जिले के सरकारी दफ्तरों, पंचायत भवनों और स्कूलों में हरीशंकरी पौधे लगाए जा रहे हैं. स्कूलों में पौधरोपण के साथ 10 बच्चों के नाम भी इको क्लब के माध्यम से जोड़े जाएंगे.
वन की निगरानी और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए मुख्य द्वार पर एक केयरटेकर कक्ष निर्माण करने के आदेश दिए गए हैं. डीएम ने कहा कि वे हर बुधवार इस सहजन वन का निरीक्षण करेंगे और प्रगति की समीक्षा भी करेंगे.