UP में बन रहा 525 KM लंबा नया एक्सप्रेसवे! बदलेगा कई जिलों का भविष्य, जमीन के रेट होंगे डबल
यूपी में बनेगा 525 KM एक्सप्रेसवे, बढ़ेंगे ज़मीन के रेट
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पिछले कुछ समय में उत्तर प्रदेश में कई एक्सप्रेसवे बन चुके हैं, जिससे अब यह राज्य देश में सबसे अच्छी कनेक्टिविटी वाला प्रदेश बन गया है। अब एक और नया एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है, जिससे सफर और भी आसान हो जाएगा। यह एक्सप्रेसवे राज्य के कई अहम जिलों के 164 गांवों से होकर गुजरेगा। इससे इन इलाकों में आवागमन तेज होगा और विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। इस प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण का काम जल्द ही शुरू किया जाएगा।
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कुशीनगर-लखनऊ हाईवे से जुड़ जाएगा नया एक्सप्रेसवे
उत्तर प्रदेश में बनने वाला गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे अब कुशीनगर-लखनऊ हाईवे से भी जुड़ जाएगा। इसके लिए इस एक्सप्रेसवे को जगदीशपुर-जंगल कौड़िया फोरलेन से जोड़ा जाएगा। यह सड़क गोरखपुर के सरंडा गांव से शुरू होगी और गोरखपुर के 23 गांवों और कुशीनगर के 141 गांवों से होते हुए सिलीगुड़ी की ओर जाएगी।
कितनी लंबी होगी सड़क?
यह एक्सप्रेसवे कुल 525 किलोमीटर लंबा होगा। गोरखपुर और कुशीनगर जिले में इसकी लंबाई लगभग 86 किलोमीटर होगी। पहले देवरिया को भी इसमें शामिल किया गया था, जिससे इसकी लंबाई 110 किलोमीटर से ज्यादा थी। अब रूट में बदलाव कर दिया गया है, इसलिए दूरी थोड़ी कम हो गई है। सर्वे और रास्ते को दोबारा तय किया गया है, इसी वजह से काम में देरी भी हुई है। वरना यह प्रोजेक्ट पिछले साल ही पूरा हो जाता।
बढ़ेंगे जमीन के दाम, किसानों को फायदा
शुरुआत में इस एक्सप्रेसवे का रूट कुछ और तय किया गया था, लेकिन अब इसे गोरखपुर और कुशीनगर के गांवों से निकालने का फैसला किया गया है। इस रास्ते में जो 164 गांव आएंगे, वहां की जमीन की कीमतें बढ़ जाएंगी। इससे वहां के जमीन मालिकों को बड़ा फायदा होगा।
NHAI ने शुरू की तैयारी
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने अब गोरखपुर और कुशीनगर के इन 164 गांवों के राजस्व नक्शे जिला प्रशासन से मांग लिए हैं। नक्शों के मिलते ही जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और काम तेजी से आगे बढ़ेगा।
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इन गांवों को होगा फायदा
अब जब गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे के लिए रास्ता तय हो गया है, तो अगला कदम मुआवजा राशि देने का होगा। जिन किसानों और जमीन मालिकों की जमीन इस प्रोजेक्ट में जाएगी, उन्हें सरकार की तरफ से मुआवजा मिलेगा।
गोरखपुर जिले के जिन गांवों को इस एक्सप्रेसवे में शामिल किया गया है, उनमें बसंतपुर खास, लुहसी, हेमछापर, मटिहनिया जनुबी, भापुरवा, गौरा, राउतपुर, रमवापुर, नैयापार खुर्द, कर्महा तप्पा पतरा, महराजी तप्पा पतरा, सोनवे गोनरहा, बसंतपुर तप्पा केवटली, बसंतपुर मुतंजा, अगया तप्पा पतरा, उसका, महुअवा खुर्द, सरंडा और बसंतपुर एहतेमाली जैसे गांव प्रमुख हैं। इसके अलावा, कुशीनगर जिले की तमकुहीराज तहसील के कई गांवों के राजस्व नक्शे भी एनएचएआई (NHAI) ने जिला प्रशासन से मंगवाए हैं।
विकास और रोजगार के नए मौके मिलेंगे
जब गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो जाएगा, तो इससे उत्तर प्रदेश में विकास और रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे। गोरखपुर और कुशीनगर के लोगों को सफर में सुविधा तो मिलेगी ही, साथ ही बिजनेस, व्यापार और स्थानीय रोजगार के कई अवसर भी बनेंगे। एनएचएआई (NHAI) ने इस पूरे प्रोजेक्ट की योजना और नक्शा तैयार कर लिया है। जल्द ही जमीन अधिग्रहण और निर्माण का काम शुरू कर दिया जाएगा।
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हर्ष शर्मा उत्तर प्रदेश में सक्रिय एक युवा डिजिटल पत्रकार हैं। उन्होंने Inkhabar, Expose India और Times Bull जैसे प्लेटफॉर्म्स पर कंटेंट राइटिंग और सोशल मीडिया मैनेजमेंट में काम किया है। SEO फ्रेंडली लेखन और डिजिटल न्यूज प्रोडक्शन में अनुभव रखते हैं। वर्तमान में भारतीय बस्ती में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।