यूपी में 49 करोड़ की लागत से हाईवे हो रहा फोरलेन, लिंक Expressway का भी हो रहा निर्माण
शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए माल्देपुर से कदम चौराहे तक एनएच-31 के हिस्से को फोरलेन करने का काम चल रहा है
13 जनवरी 2025 से महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है आयोजन के दौरान बड़ा तादाद में श्रद्धालु गंगा में डुबकियां लगाएंगे। लेकिन इस बीच एक बड़ा सवाल है कि क्या सरकारी वादों और दावों के बाद गंगा साफ हो गई, क्या गंगा नदी का पानी नहाने या आचमन लायक बचा भी है, सरकारी मशीनरी ने अब तक क्या किया, गंगा की हालत और रियलिटी क्या है।
सफाई के दावों की पोल खोलती यह रिपोर्ट
मामले में कई एफआईआर होने के साथ एक दर्जन से अधिक अधिकारी और कर्मचारी निलंबित भी हो चुके हैं। वर्ष 2024 में शहर में एसटीपी की अधूरी परियोजना को पूरा करने के लिए 72 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई। इसमें 58 करोड़ की लागत से अधूरी एसटीपी के निर्माण के साथ पुरानी लाइन की सफाई और नई लाइन का निर्माण भी प्रस्तावित है। एसटीपी का निर्माण लगभग हो चला है। पुरानी लाइन की मरम्मत भी करा दी गई है। नए साल में इसके शुरू हो जाने की उम्मीद है। परियोजना के पूरी होने पर ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मिलने लगेगा। वहीं शासन की ओर से जिले की पुरानी पेयजल परियोजनाओं की मरम्मत की भी सुधि ली गई है। इससे छो-छोटे कारणों से बंद पड़ी गांव की पानी टंकियों की भी मरम्मत हो सकेगी।
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का कार्य तेजी से जारी
शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए माल्देपुर से कदम चौराहे तक एनएच-31 के हिस्से को फोरलेन करने का काम चल रहा है। लगभग साढ़े चार किमी की सड़क 49 करोड़ की लागत से फोरलेन हो रही है। दोनों तरफ नाले का भी निर्माण हो रहा है। इसके साथ ही लगभग चार करोड़ की लागत से कटहल नाले पर दो लेन के नए पुल का भी निर्माण हो रहा है। इसके पूरा होने के बाद शहर में जाम से थोड़ी राहत मिलेगी। इस एक्सप्रेस-वे से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और आरा-बक्सर एनएच को जोड़ने के लिए लिंक एक्सप्रेस-वे का भी निर्माण किया जा रहा है। निर्माण पूर्ण होने के बाद पटना, वाराणसी, लखनऊ और दिल्ली के लिए फोरलेन और सिक्स लेन की कनेक्टिविटी हो जाएगी।
मात्र कुछ घंटे में ही लोग यहां की यात्रा कर पाएंगे। लगभग दो हजार करोड़ की लागत से गाजीपुर के जंगीपुर से बलिया से आगे मांझी तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का कार्य तेजी से जारी है। इस परियोजना के भी अगले साल के अंत तक पूर्ण होने की समय सीमा रखी गई है। फोरलेन की इस परियोजना के लिए सिक्स लेन के बराबर भूमि अधिग्रहित की गई है। बाद में इसे सिक्स लेन तक विस्तारित किया जाएगा। आर्सेनिक प्रभावित घरों में ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिकों को शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए सतही जल परियोजना का काम चल रहा है। इसमें गंगा और सरयू नदी से पानी लिफ्ट कर उसे शुद्ध कर घरों में सप्लाई किया जाएगा। लगभग 3300 करोड़ को प्रोजेक्ट पर तेजी से काम चल रहा है। शहर के माल्देपुर, बेलहरी और सिकंदरपुर के पास तीन बड़ी परियोजनाएं लगाई जा रही हैं।