यूपी के इस जिले में किसानों को नहीं मिला सही मुआवजा, महिलाओं ने भी किया विरोध
-(1).png)
गोरखपुर विकास प्राधिकरण द्वारा हारदिवारी निर्माण के दौरान भेजे गए टीम लोगों ने विरोध प्रदर्शन व्यापक रूप में दर्ज किया है इनका आरोपियां है की भूमिका अधिकरण बिना उचित मुआवजा के करवाया जा रहा है. जीडीए की टीम का विरोध करते हुए अब निर्माण कार्य रोकने की अपील की जा रही है.
किसानों का प्रारंभ हुआ धरना प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में विकास प्राधिकरण खोराबार टाउनशिप और मेडिसिटी योजना में सीमा तक चहारदिवारी निर्माण करवाने के लिए पहुंची और प्राधिकरण की टीम के काश्तकारों का विरोध और धरना प्रदर्शन झेलना भारी पड़ा यहां पर तमाम स्थानों पर चहारदीवारी के लिए गड्ढा खोदने में काफी सफलता हासिल की लेकिन इसके बावजूद बाकी जगहों पर निर्माण कराई बिना विभाग को लौटना पड़ा
क्या किसानो और महिलाओं को इंसाफ मिलेगा
यह पूरा घटनाक्रम अब टीम ने पहले किसी तरह काश्तकारों को आपसी समझौता समझा बुझा कर गणेश पासवान और सविता की भूमि को पैमाइश करवाया गया फिर उसके बाद चहारदिवारी के निर्माण के दौरान जेसीबी की मदद से गड्ढा खोदना प्रारंभ हो गया लेकिन इसके बावजूद आसपास के रहने वाले लोग इस स्थल पर जुट गए और प्राधिकरण उपाध्यक्ष से मुलाकात किया इसके साथ-साथ मुआवजे की मांग वहीं तत्काल शुरू कर दिया.
अब विरोध बढ़ने पर पूरे टीम को वापस लौटना पड़ा इसी बीच प्राधिकरण के अवर अभियंता आज्ञाराम वर्मा और अवर अभियंता रोहित पाठक के साथ-साथ प्रवर्तन दल के कई अन्य कर्मचारी शामिल रहे. यह पूरा घटनाक्रम खोराबार क्षेत्र में घटी हुई है जहां पर गोरखपुर विकास प्राधिकरण मेडिसिटी प्रोजेक्ट के तहत भूमि अधिकरण का कार्य कर रहा है लोगों का कहना है कि उन्हें मुआवजा नहीं मिल रहा है इनका आरोप है कि बिना नोटिस के उनके मकान पर कार्रवाई की जा रही है स्थानीय महिलाएं भी विरोध प्रदर्शन दर्ज कर चुके हैं.