यूपी में सविंदाकर्मियो को लेकर बोले सीएम योगी, बढ़ेगा मानदेय!
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उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य की महिलाओं के कल्याण और उनके सशक्तिकरण के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं और पहलुओं के तहत महिलाओं को बेहतर सुविधाएं और मानदेय प्रदान करेगी।
महिलाओं के मानदेय में वृद्धि
महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग और उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने पिछले आठ सालों में करीब 95 फीसदी अभ्यर्थियों का चयन करते हुए पारदर्शी भर्ती व्यवस्था का उदाहरण पेश किया है। कोविड-19 महामारी के दौरान भी योगी सकार ने भर्ती प्रक्रिया को पटरी पर रखा। यूपीपीएससी ने 1 अप्रैल 2017 से 20 मार्च 2025 तक 48593 अभ्यर्थियों को नौकरी दी। सबसे अधिक चयन 2019-20 में 13893 रहा, जबकि 2024-25 में अब तक 1918 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। यूपीएसएसएससी ने 46032 अभ्यर्थियों का चयन किया। इसमें वर्ष 2022-23 में 11800 चयन के साथ सर्वाधिक भर्ती दर्ज की गई। वर्ष 2024-25 में अब तक 6106 युवाओं को नौकरियां दी जा चुकी हैं। भर्ती प्रक्रिया अनावरत चल रही है। यूपी सरकार के आठ साल पूरे होने पर सीएम योगी ने सरकार की उपलब्धियों का रिपोर्ट कार्ड पेश किया। इस रिपोर्ट कार्ड में सरकार ने अपने आठ साल के कार्यकाल के दौरान हुए कामों को गिनाया। सीएम योगी ने प्रदेश में युवाओं को दी गई नौकरी का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पारदर्शी और दागरहित भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से 8.50 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देकर बड़ा मुकाम हासिल किया गया है। क्या है चुनौतियांई-अधियाचन पोर्टल के माध्यम से भेजे जाने वाले भर्ती प्रस्तावों को खामियां रहित भेजना सबसे बड़ी चुनौती है। अधिकतर विभागों द्वारा जो भी प्रस्ताव भेजे जा रहे हैं, उसमें भारी खामियां मिल रही हैं। इसके चलते प्रस्ताव लगातार वापस आ रहे हैं। इसीलिए ये खामियां जैसे ही दूर हो जाएंगी भर्ती प्रक्रिया में और तेजी आ जाएगी। इस निर्णय से न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी बल्कि उनके सामाजिक और सांस्कृतिक विकास के लिए भी एक मजबूत आधार तैयार होगा।