छठ पूजा 2024 नहाय-खाय के साथ शुरू उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, दिल्ली में सूर्य अर्घ्य का जाने समय
4 दिवसीय छठ महापर्व की आज नहाय-खाय के साथ आगाज हो गया है। आज व्रती महिलाएं तालाब और नदी में स्नान करके घिया की सब्जी और भात खाकर व्रत का संकल्प लेंगी। पूर्वांचल के सबसे प्रसिद्ध छठ उत्सव आज से शुरू होगा। ऐसा माना जाता है कि यह भोजन करने से साधक के जीवन में सकारात्मकता का संचार होता है। इसके अलावा क्या कुछ खास है नहाय-खाय से जुड़ी चलिए इस लेख में आपको बताते हैं। छठ पर्व के दृष्टिगत फलों का बाजार आज से सज चुका है।
फल कारोबारी उस्मान अली ने बताया कि छठ पूजा के दृष्टिगत सेब, संतरा, केला, कच्चे केले की घौंद, कच्ची हल्दी, ईख आदि सभी सामग्री थोक मंगा ली गई है। ताकि ग्राहक को किसी पूजन सामग्री के लिए भटकना न पड़े। अनुमान है कि मंगलवार से खरीदारी बढ़ जाएगी। छठ पूजन में प्रयुक्त होने वाले हर तरह की सामग्रियों की उपलब्धता बना लिए हैं। गॉधीनगर क्षेत्र में एक साथ दर्जन भर दुकानें सजी हुई है। प्रत्येक दुकान पर बांस की बनी डलिया, सूप, बेना आदि के साथ तरह- तरह के फलों की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली गई है।छठ पर्व की तैयारियां शुरू हो गई हैं। अमहट घाट और निर्मली कुंड की विधिवत सफाई के लिए टीम उतार दी गई है। इसके बाद लाइटिंग की व्यवस्था कराई जाएगी। श्रद्धालुओं की सुरक्षा का भी पूरा बंदोबस्त किया जा रहा है। मंगल बाजार के राम प्रकाश ने बताया कि पांच साल पहले ही उन्होंने यहां सीमेंट की वेदी तैयार कराया था। तभी से वह बरकरार है। केवल पर्व आने पर उसे रंगाई- पुताई कर नया बना दिया जाता है। वहीं अजय कुमार ने बताया कि यहां अधिकांश लोगों के वेदी पहले से ही बने हुए हैं।
जिन श्रद्धालुओं के पास वेदी नहीं होता है वह अन्य महिलाओं के साथ बैठकर पूजा कर लेती है। निर्मली कुंड मंदिर परिसर में पहले बनाए गए सीमेंट के वेदियों का रंगरोगन सोमवार से ही शुरू हो गया है। श्रद्धालु यहां पहुंचकर अपने- अपने वेदी की पहचान कर रहे हैं। इसके बाद उसे रंगरोगन कर सुसज्जित करने के लिए मजूदर तय कर रहे हैं। अमहट पर मिले राम जतन, राम प्रकाश, तेजू आदि ने बताया कि मंगलवार से वेदी बनवाने के लिए ज्यादा लोग आएंगे। इस दिन से आमदनी बढ़ जाएगी। एक दिन में 10 से 15 वेदी का काम अगले दो दिनों तक मिलेगा। आजकल घाट पर रहकर कमाई करना ज्यादा आसान है। वेदी तैयार करने में कोई बहुत मशक्कत भी नहीं करनी पड़ती है।
घाट पर इधर-उधर से ईंट का इंतजाम कर 300 से 400 रुपये में वेदी तैयार कर बच्चे भी निहाल हो रहे हैं। चार दिनों तक मनाया जाने वाला सूर्याेपासना का महापर्व छठ की रौनक मंगलवार से बढ़ जाएगी। शहर के अमहट घाट और निर्मली कुंड मंदिर पर छठ पूजा की परंपरा है। यहां घाट सजने लगे हैं। नगर पालिका की टीम इन जगहों पर सफाई में जुटी हुई है। कुआनो नदी के अमहट घाट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं। अभी हाल में यहां देवी प्रतिमाओं का विसर्जन होने से गंदगी का अंबार है।
ऐसे में नगर पालिका की सफाई टीम नदी के तटीय क्षेत्र का कोना-कोना चमकाने में जुटी है। धन, धान्य, यश, कीर्ति, समृद्धि, संतान सहित लोकमंगल का यह महापर्व पहले दिन नहाय-खाय के साथ शुरू होगा। छठ की छटा घर से लेकर बाजार, घाट तक दिखने लगी है। छठ पर्व के पूजन में शामिल होने वाली सामग्रियों की दुकानें शहर से लेकर कस्बों तक सज गई हैं। घाट-घाट सफाई होने लगी है। पूजा की वेदी बननी शुरू हो गई है। महिलाएं छठ मईया को खुश रखने के लिए हर जतन कर रही हैं। उनके साथ परिवार के लोग मिलकर नए परिधान, शृंगार एवं पूजन सामग्री की खरीदारी कर रहे हैं तो घाट पर वेदी भी बनवाने की होड़ मची है।